एक्शन मोड में NIA : UP समेत 4 राज्यों में छापेमारी, टेरर फंडिंग के खिलाफ सख्त कार्रवाई

UPT | NIA

Oct 05, 2024 13:22

राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, असम और दिल्ली में 22 ठिकानों पर एक साथ छापा मारा है।इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य टेरर फंडिंग मामलों में शामिल संदिग्धों का पता लगाना है।

National News : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आतंकवाद के खिलाफ महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, असम और दिल्ली में 22 ठिकानों पर एक साथ छापा मारा है। इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य टेरर फंडिंग मामलों में शामिल संदिग्धों का पता लगाना और आतंकवादियों की वित्तीय गतिविधियों पर रोक लगाना है। इस अभियान में NIA के साथ स्थानीय एंटी-टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) भी सहयोग कर रही है। इसमें कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। NIA ने आशंका जताई है कि हिरासत में लिए गए लोगों का कनेक्शन आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से है।

उत्तर प्रदेश में भी छापेमारी
इस अभियान के तहत उत्तर प्रदेश के भी कई स्थानों पर छापेमारी की जा रही है। उत्तर प्रदेश के देवबंद में देर रात हुई एनआईए की छापेमारी से हड़कंप मच गया। विदेशी फंडिंग के मामले में एक युवक को हिरासत में लिया गया। जिसे एनआईए अपने साथ ले गई। इसके साथ ही टीम उसकी पत्नी को भी पूछताछ के लिए देवबंद के एटीएस सेंटर लेकर गई थी। पूछताछ के बाद उसकी पत्नी को छोड़ दिया गया। जबकि संदिग्ध युवक को दिल्ली ले जाया गया। छापेमारी के दौरान युवक के पास से एक लैपटॉप भी बरामद हुआ। जिसे एनआईए ने कब्जे में ले लिया है। NIA के अधिकारी टेरर फंडिंग के स्रोत और इसमें शामिल लोगों की पहचान करने के लिए छानबीन कर रहे हैं। जांच एजेंसी को कुछ संदिग्ध लोगों के बारे में जानकारी मिली थी, जिनके खिलाफ यह छापेमारी की जा रही है। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में स्थित कई ठिकानों पर जांच एजेंसी ने दबिश दी है, जहां से संदिग्ध दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए जा रहे हैं। 

महाराष्ट्र में 4 लोगों को हिरासत में लिया गया
महाराष्ट्र में मालेगांव, जालना और संभाजीनगर में NIA की छापेमारी के दौरान ATS की टीम भी मौके पर पहुंची है और  NIA और ATS की संयुक्त टीमों ने बड़ी कार्रवाई की है। मालेगांव में एक होम्योपैथी क्लिनिक में छापेमारी के दौरान चार लोगों को हिरासत में लिया गया। माना जा रहा है कि ये लोग टेरर फंडिंग के नेटवर्क का हिस्सा हो सकते हैं। इनके पास से महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल उपकरण जब्त किए गए हैं, जिनकी जांच की जा रही है। अधिकारियों का मानना है कि ये लोग आतंकवादियों को वित्तीय मदद पहुंचाने के मामले में संलिप्त हो सकते हैं।

NIA-ATS की संयुक्त कार्रवाई
इस अभियान में NIA और राज्यों की एंटी-टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) मिलकर काम कर रही हैं। दोनों एजेंसियों ने मिलकर टेरर फंडिंग के बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश करने के लिए रणनीतिक योजना बनाई थी। इस कार्रवाई के दौरान कई संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दी गई, जहां से बड़ी मात्रा में संदिग्ध सामग्री बरामद की गई है। बरामद सामग्री की जांच से यह स्पष्ट हो सकेगा कि इनका इस्तेमाल कैसे और किस उद्देश्य से किया जा रहा था।

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टेरर फंडिंग की जांच में जुटी NIA
NIA की इस छापेमारी का उद्देश्य उन वित्तीय स्रोतों को ध्वस्त करना है, जिनके माध्यम से आतंकवादी गतिविधियों को समर्थन मिलता है। पिछले कुछ समय से NIA लगातार ऐसे मामलों पर सख्त कार्रवाई कर रही है, जिनमें आतंकवादी संगठनों को आर्थिक सहायता दी जा रही है। इस छापेमारी अभियान में मुख्य रूप से उन लोगों और संगठनों को निशाना बनाया गया है, जिन पर आतंकवादी संगठनों को आर्थिक मदद पहुंचाने का शक है।

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आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
NIA की यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ सरकार की सख्त नीति का हिस्सा है। सरकार लगातार आतंकवादी गतिविधियों को समर्थन देने वाले नेटवर्क को खत्म करने के लिए कड़े कदम उठा रही है। 

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