Parliament Winter Session : कांग्रेस सांसद मनु सिंघवी की सीट से मिले नोट, संसद में मचा हंगामा

UPT | सदन में हो रहा हंगामा

Dec 06, 2024 17:07

यह घटना मंगलवार को सामने आई जब सुरक्षा अधिकारियों ने राज्यसभा में नियमित जांच के दौरान सिंघवी की सीट संख्या 222 के नीचे से नोटों की एक गड्डी बरामद की। इस मामले को लेकर आज राज्यसभा में...

New Delhi News : राज्यसभा में कांग्रेस के सांसद अभिषेक मनु सिंघवी की सीट से नोटों की गड्डी मिलने से राजनीतिक हलकों में सनसनी फैल गई है। यह घटना गुरुवार को सामने आई जब सुरक्षा अधिकारियों ने राज्यसभा में नियमित जांच के दौरान सिंघवी की सीट संख्या 222 के नीचे से नोटों की एक गड्डी बरामद की। इस मामले को लेकर आज शुक्रवार को राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ और सभापति जगदीप धनखड़ ने इस घटनाक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया दी।

सभापति धनखड़ ने कहा...
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन में इस मामले की जानकारी देते हुए कहा, "मैं सदस्यों को सूचित करना चाहता हूं कि कल सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद जब सदन की नियमित जांच की जा रही थी तो सुरक्षा अधिकारियों ने सीट संख्या 222 से नोटों की एक गड्डी बरामद की, जो तेलंगाना राज्य से निर्वाचित कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी को आवंटित है।" उन्होंने आगे कहा, "यह मामला मेरे संज्ञान में लाया गया था और मैंने तुरंत जांच के निर्देश दिए। इस समय जांच चल रही है।"

सदन में इस पर हुई बहस
यह घटनाक्रम राज्यसभा में विवाद का कारण बन गया और आज सदन में इस पर बहस हुई। कुछ सांसदों ने इस मुद्दे को गंभीर बताते हुए इसकी पूरी जांच की मांग की, वहीं विपक्षी दलों ने इसे सत्ता पक्ष की साजिश के रूप में भी पेश किया। कई सांसदों ने पूछा कि नोटों की गड्डी वहां कैसे पहुंची और इसका उद्देश्य क्या था। राज्यसभा के कुछ सदस्य यह भी जानने के इच्छुक थे कि क्या यह घटना सुरक्षा व्यवस्था में किसी प्रकार की चूक को दर्शाती है और क्या जांच में यह स्पष्ट हो सकेगा कि गड्डी किसकी थी। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि क्या यह मामला किसी भ्रष्टाचार या आपराधिक गतिविधि से जुड़ा हो सकता है।

"500 का सिर्फ एक नोट लेकर जाता"
इन सभी आरोपों पर सिंघवी ने कहा- मैं जब राज्यसभा जाता हूं तो 500 का सिर्फ एक नोट लेकर जाता हूं। मैंने ऐसा पहली बार सुना है। मैं सदन में 12:57 पर पहुंचा था। 1 बजे सदन की कार्यवाही शुरू हुई। मैं 1:30 बजे तक कैंटीन में बैठा था। इसके बाद मैं संसद से चला गया।

नाम लेना सही नहीं- खड़गे
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, मैं अनुरोध करता हूं कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती और घटना की प्रामाणिकता स्थापित नहीं होती, तब तक किसी सदस्य का नाम नहीं लिया जाना चाहिए। ऐसा चिल्लर काम करके ही देश को बदनाम किया जा रहा है।

Also Read