UP Politics : भाजपा-सपा पर बरसे स्वामी प्रसाद, इंडिया गठबंधन के लिए दिखाया बड़ा दिल

UPT | प्रेस कांफ्रेंस करते स्वामी प्रसाद मौर्य।

Feb 20, 2024 15:42

समाजवादी पार्टी से अपना रिश्ता पूरी तरह से तोड़ने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने लखनऊ में आपातकालीन प्रेस कांफ्रेंस बुलाई। सपा से नाराज़ स्वामी ने कहा, पद आता जाता है लेकिन...

Short Highlights
  • स्वामी ने इस्तीफे के बाद आपातकालीन प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर नई पार्टी की रूपरेखा का ऐलान किया
  • 22 फरवरी को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम के मैदान में समागम का भी ऐलान किया

 

Lucknow News : उत्तर प्रदेश में अपनी दलबदल की सियासत के लिए पहचाने जाने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को समाजवादी पार्टी को भी अलविदा कह दिया है। स्वामी ने इससे पहले महासचिव पद त्याग दिया था लेकिन अब अखिलेश यादव से नाराज़गी के बाद यह दूरी और बढ़ गई है। स्वामी ने मंगलवार को सपा की प्राथमिक सदस्यता ही नहीं बल्कि MLC पद को भी छोड़ दिया है। 

विचारधारा से कोई समझौता नहीं कर सकता
स्वामी ने अपने इस्तीफे के बाद एक आपातकालीन प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर अपनी नई पार्टी की रूपरेखा और 22 फरवरी को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम के मैदान में समागम का भी ऐलान किया है। सपा से नाराज़ स्वामी ने कहा कि मैं पद के लिए ना कभी आया था और ना गया हूं। मैंने उनके लाभ का पद भी आज वापस कर दिया है। पद आता जाता है लेकिन विचारधारा टिकाऊ होती है इसलिए विचारधारा से मैं कोई समझौता नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि 22 फ़रवरी को आगे की दिशा तय होगी और नई पार्टी का गठन होगा। पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक समाज की लड़ाई को आगे बढ़ाने के लिए मैं क़दम आगे बढ़ा रहा हूं।

भाजपा सरकार पर हमलावर दिखे स्वामी
स्वामी ने कहा कि जिस तरह से वर्तमान सरकार आरक्षण खत्म कर रही है, जाति जनगणना का विरोध कर रही और किसानों के रास्ते में कांटे बिछा रही हैं, वह भारतीय संविधान की भावनाओं से खेल कर रही। मैं लोकतंत्र और देश को बचाने के लिए समान विचारधारा के लोगों के साथ काम करूंगा। उन्होंने कहा कि अब समाजवादी पार्टी से रास्ता जुदा हो रहा है तो मेरी कोशिश रहेगी कि मैं इंडिया एलायंस में शामिल होकर या बाहर से उसका समर्थन करता रहूं। 

अखिलेश यादव से दिखे नाराज़
स्वामी प्रसाद मौर्य ने अखिलेश पर हमला बोलते हुए गंभीर आरोप लगाया। स्वामी ने कहा कि अखिलेश यादव का सेकुलीराम सामने आ गया है। उन्होंने PDA की हवा निकाल दी है। जो खुद अंधेरे में है वो दूसरों को रास्ता कहां दिखा सकता है। मुलायम सिंह ने कभी समाजवादी विचारधारा के विपरीत काम नहीं किया। वो पूजा पाठ करते थे लेकिन किसी मंदिर नहीं गए लेकिन अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी कार्यालय में पूजा करवा दी। आज तक बीजेपी ने अपने कार्यालय में पूजा पाठ नहीं की। आज तो बीजेपी भी दंग रह गई इनका पूजा पाठ देखकर।

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