डॉक्टर कार्तिकेय श्रीवास्तव एसआरएन में ऑर्थो विभाग में डॉक्टर थे। देर रात उनकी कार अस्पताल की पार्किंग में खड़ी थी। रात में जब घर जाने के लिए अन्य डॉक्टर अपनी कार पार्किंग से निकालने आए तो उन्होंने देखा कि डॉक्टर कार्तिकेय अपनी कार की ड्राइविंग सीट पर मृत पड़े थे।