मां, जिसका कर्ज कोई नहीं चुका सकता, नौ महीने बच्चे को कोक में पालती है, दुख-दर्द झेलती है, फिर जब वो बच्चा दुनिया में आता है तो उसके लिए जीवन न्यौछावर कर देती है। लेकिन कलयुगी औलाद क्या जाने मां का प्यार। आजकल ऐसे लोग पैसों के लालच मां जैसे रिश्तों का कत्ल करने से भी पीछे नहीं हटते।