अतीक के शूटर अब्दुल कवि को भेजा गया फतेहगढ़ जेल : सुरक्षा व्यवस्था के बीच किया गया ट्रांसफर, राजूपाल हत्याकांड में था आरोपी

UPT | अब्दुल कवि

Dec 21, 2024 11:21

माफिया अतीक अहमद के कुख्यात शूटर अब्दुल कवि को सुरक्षा कारणों से कौशांबी जेल से फतेहगढ़ केंद्रीय कारागार में स्थानांतरित कर दिया गया है।

Kaushambi News : माफिया अतीक अहमद के कुख्यात IS-227 गैंग के शूटर अब्दुल कवि को सुरक्षा कारणों से कौशांबी जेल से फतेहगढ़ केंद्रीय कारागार में स्थानांतरित कर दिया गया है। शुक्रवार को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच यह ट्रांसफर किया गया। अब्दुल कवि जो राजू पाल हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा भुगत रहा है का नया ठिकाना अब प्रदेश की सबसे सुरक्षित फतेहगढ़ जेल में भेजा गया है। शाम तक उसकी सकुशल आमद होने के बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली।

कौशांबी जेल से फतेहगढ़ जेल भेजा गया
शूटर अब्दुल कवि पर प्रयागराज और कौशांबी के विभिन्न थानों में आधा दर्जन से अधिक गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। उसे 24 मार्च 2024 को आर्म्स एक्ट के मामले में कौशांबी जेल लाया गया था। हाल ही में 18 दिसंबर को राज्य सरकार ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए अब्दुल कवि को प्रदेश की सबसे सुरक्षित जेल में रखने का निर्णय लिया।



जेल अधीक्षक का बयान
जेल अधीक्षक अजितेश मिश्रा ने बताया कि बुधवार रात को शासन से अब्दुल कवि को फतेहगढ़ जेल स्थानांतरित करने का आदेश प्राप्त हुआ। कागजी कार्यवाही पूरी करने के बाद शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा के बीच उसे फतेहगढ़ केंद्रीय कारागार भेज दिया गया।

राजू पाल हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा
अब्दुल कवि कौशांबी के सराय अकिल क्षेत्र के भखंदा उपरहार का निवासी है और माफिया अतीक अहमद का मुख्य शूटर माना जाता है। उसे राजू पाल हत्याकांड में दोषी पाए जाने के बाद 29 मार्च 2024 को सीबीआई कोर्ट द्वारा उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। इस हत्याकांड के बाद अब्दुल कवि करीब 18 वर्षों तक पुलिस की पकड़ से बचता रहा और फरार रहा। अब्दुल कवि का नाम केवल राजू पाल हत्याकांड तक सीमित नहीं है। पुलिस की जांच में उसके घर से भारी मात्रा में असलहे और गोला-बारूद का जखीरा भी बरामद हुआ था।

सीबीआई कोर्ट में आत्मसमर्पण
राजू पाल की हत्या के बाद पुलिस ने अतीक अहमद के IS-227 गैंग के शूटरों की तलाश तेज कर दी। इस दौरान अब्दुल कवि पर पुलिस की दबिश बढ़ी, जिसके बाद उसने लखनऊ स्थित सीबीआई कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। उसने न केवल खुद को पुलिस के हवाले किया, बल्कि अपना अपराध भी स्वीकार किया।

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