Prayagraj News : अनुसूचित जाति के महेंद्रानंद गिरि बने जूना अखाड़े के पहले जगतगुरु, धर्मांतरण रोकना... 

UPT | जगतगुरु महेंद्रानंद गिरि

Apr 29, 2024 17:29

देश में मतांतरण रोकने और सनातन धर्म का प्रभाव बढ़ाने की दिशा में जूना अखाड़ा लगातार काम कर रहा है। इसी कड़ी में जूना अखाड़े ने अनुसूचित जाति के महामंडलेश्वर महेन्द्रानंद गिरि को जगतगुरु...

Short Highlights
  • दलित संत स्वामी कन्हैया प्रभु नंदन गिरि को 2018 में महामंडलेश्वर बनाया था।
  • महेंद्रानंद और कैलाशानंद को सिंहासन पर आसीन कर छत्र और चंवर भेंट किया।
Prayagraj News : देश में मतांतरण रोकने और सनातन धर्म का प्रभाव बढ़ाने की दिशा में जूना अखाड़ा लगातार काम कर रहा है। इसी कड़ी में जूना अखाड़े ने अनुसूचित जाति के महामंडलेश्वर महेन्द्रानंद गिरि को जगतगुरु की पदवी प्रदान दी है। यह अनुसूचित जाति के पहले जगतगुरु हैं। महेंद्रानंद के शिष्य कैलाशानंद गिरि को जूना अखाड़े ने महामंडलेश्वर और रामगिरि को श्री महंत की पदवी प्रदान की है। ये दोनों महात्मा भी अनुसूचित जाति के हैं। 

अनुसूचित जाति महेंद्रानंद को जगतगुरु की उपाधि
अनुसूचित जाति के महात्माओं का पट्टाभिषेक जूना अखाड़े के सिद्ध बाबा मौज गिरि आश्रम में मंत्रोच्चार के बीच किया गया। काशी सुमेरु पीठाधीश्वर जगतगुरु स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती महाराज, जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय सभापति श्री महंत प्रेम गिरि जी महाराज, श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर के साथ ही जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता श्री महंत नारायण गिरि और महामंडलेश्वर डॉ. वैभव गिरि ने उपाधि धारण करने वाले महात्माओं को फूल माला पहनाकर कार्यक्रम को संपन्न कराया। महेंद्रानंद और कैलाशानंद को सिंहासन पर आसीन करके उन्हें छत्र और चंवर भी भेंट किया गया।

पहला दलित महामंडलेश्वर 
गौरतलब है कि सनातन धर्म का प्रचार प्रसार करने और सनातन धर्म को मजबूत करने के लिए जूना अखाड़े ने दलित संत स्वामी कन्हैया प्रभु नंदन गिरि को 25 अप्रैल 2018 को पहला दलित महामंडलेश्वर बनाया था। सनातन के 13 अखाड़े में जूना अखाड़ा ही ऐसा अखाड़ा है, जो लगातार दलित संतों को जगतगुरु और महामंडलेश्वर के साथ ही श्री महंत की पदवी प्रदान कर रहा है। साल 2019 के कुंभ से पहले भी जूना अखाड़े ने ही किन्नर अखाड़े को भी अपने साथ जोड़ते हुए मान्यता प्रदान की थी।

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