महाकुंभ में मानव तस्करी रोकने के लिए रेलवे ने उठाए सख्त कदम : तस्करों के मंसूबों को नाकाम करने के लिए पूरी तरह से सतर्क है आरपीएफ, आप भी जानें

UPT | सांकेतिक फोटो रेलवे के सौजन्य से।

Jan 11, 2025 19:28

महाकुंभ जैसे बड़े आयोजनों में देशभर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु रेलवे का उपयोग करते हैं। इस अवसर पर, रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने मानव तस्करी जैसी गंभीर समस्या को रोकने के लिए कई प्रभावी कदम उठाए हैं।

Prayagraj News : महाकुंभ जैसे बड़े आयोजनों में देशभर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु रेलवे का उपयोग करते हैं। इस अवसर पर, रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने मानव तस्करी जैसी गंभीर समस्या को रोकने के लिए कई प्रभावी कदम उठाए हैं। रेलवे, जो तस्करों के लिए परिवहन का एक प्रमुख साधन है, अब उनके मंसूबों को नाकाम करने के लिए पूरी तरह से सतर्क है।   
  आरपीएफ की रणनीति और कदम
  • एंटी-ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट्स (AHTUs) : आरपीएफ ने प्रमुख स्टेशनों पर एंटी-ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट्स स्थापित की हैं। ये यूनिट्स स्थानीय पुलिस, एनजीओ और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर तस्करों के खिलाफ काम कर रही हैं।
  • ऑपरेशन “AAHT : रेलवे सुरक्षा बल लगातार ऑपरेशन एएएचटी (एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग) चला रहा है, जिसके तहत तस्करी की शिकार महिलाओं और बच्चों को बचाने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं।
  • मेरी सहेली पहल : अकेले यात्रा कर रहीं महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मेरी सहेली योजना को और मजबूत किया गया है। महिला आरपीएफ कर्मी यात्रियों के साथ संवाद कर उनकी यात्रा के दौरान उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करती हैं।
सीसीटीवी और सतर्क निगरानी  महाकुंभ के दौरान प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर निर्भया फंड के तहत लगाए गए सीसीटीवी कैमरे तस्करी की गतिविधियों पर नजर रखने में मदद कर रहे हैं।
तस्करी के खिलाफ जागरूकता  यात्रियों और रेलवे कर्मियों को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान और वर्कशॉप आयोजित किए जा रहे हैं। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि वे संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत रिपोर्ट करें।   आरपीएफ की सफलता  आरपीएफ की मुस्तैदी के चलते 2024 में 1500 से अधिक बच्चों को बचाया गया और 450 से अधिक तस्करों को गिरफ्तार किया गया। महाकुंभ के दौरान भी रेलवे सुरक्षा बल यह सुनिश्चित करने के लिए तत्पर है कि कोई भी निर्दोष व्यक्ति तस्करी का शिकार न हो।    चुनौतियां और प्रतिबद्धता  महाकुंभ में तस्करी को रोकना एक बड़ी चुनौती है क्योंकि भारी भीड़ के कारण तस्कर अपने मंसूबों को अंजाम देने की कोशिश करते हैं, लेकिन आरपीएफ ने अपनी रणनीतियों को और मजबूत किया है। रेलवे सुरक्षा बल ने अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा है कि वह मानव तस्करी जैसे अपराध को जड़ से खत्म करने के लिए हर संभव प्रयास करेगा। 
आरपीएफ के प्रयास न केवल मानव तस्करी पर अंकुश लगाएंगे बल्कि निर्दोषों को अमानवीय अपराध से बचाने में सफल होंगे  महाकुंभ जैसे धार्मिक आयोजनों में रेलवे की भूमिका केवल यात्री परिवहन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सुरक्षा और सतर्कता की जिम्मेदारी भी निभा रहा है। आरपीएफ के ये प्रयास न केवल मानव तस्करी पर अंकुश लगाएंगे, बल्कि हजारों निर्दोष लोगों को इस अमानवीय अपराध से बचाने में भी सफल होंगे। 

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