महिला अस्पताल की व्यवस्था मिली खराब : निरीक्षण में सीएमएस मिलीं अनुपस्थित, महिला आयोग की सदस्य नाराज, कार्रवाई का निर्देश 

UPT | महिला अस्पताल का औचक निरीक्षण करतीं महिला आयोग की सदस्य।

Oct 18, 2024 13:28

महिला आयोग की सदस्य के महिला अस्पताल के औचक निरीक्षण में सीएमएस अनुपस्थित पाई गईं, जिससे महिला आयोग की सदस्य ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की और सीएमएस के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

Pratapgarh News : महिला आयोग की सदस्य गीता विश्वकर्मा ने प्रतापगढ़ जिले के महिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान उन्होंने अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। निरीक्षण में महिला सीएमएस अनुपस्थित पाई गईं, जिससे महिला आयोग की सदस्य ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की और सीएमएस के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।


ओपीडी में सफाई नहीं मिली 
निरीक्षण के दौरान, गीता विश्वकर्मा ने ओपीडी कक्ष का भी मुआयना किया। उन्होंने देखा कि ओपीडी में साफ-सफाई की हालत बेहद खराब थी। कई बेडों की चादरें फटी हुई मिलीं और कुछ बेड पर चादरें ही नहीं थीं। इसके अलावा, शौचालय और हाथ धोने वाली बेसिन की टोटियाँ भी खराब पाई गईं। इस पर उन्होंने अस्पताल प्रशासन को कड़ी फटकार लगाई और साफ-सफाई पर ध्यान देने और नियमित रूप से बेड की चादरें बदलने का निर्देश दिया।

महिला आयोग की सदस्य ने ओपीडी में भर्ती मरीजों से बातचीत की 
निरीक्षण के दौरान महिला आयोग की सदस्य ने ओपीडी में भर्ती मरीजों से बातचीत भी की और उनसे अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी ली। मरीजों ने अस्पताल में सफाई और सुविधाओं को लेकर कई समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित किया, जिस पर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द सुधार लाने के निर्देश दिए।

वन स्टॉप सेंटर की इंचार्ज, चाइल्ड लाइन की जिला समन्वयक भी उपस्थित रहे
निरीक्षण के दौरान वन स्टॉप सेंटर की इंचार्ज नीरजा कुमारी, चाइल्ड लाइन की जिला समन्वयक ऋचा ओझा और अभय शुक्ला भी उपस्थित रहे। इन अधिकारियों ने गीता विश्वकर्मा के साथ मिलकर अस्पताल की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने पर चर्चा की और आवश्यक कदम उठाने की सहमति व्यक्त की। महिला आयोग की सदस्य के इस औचक निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य अस्पताल में महिलाओं को दी जाने वाली चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करना और अस्पताल प्रशासन को उनकी जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक करना था। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अस्पताल प्रशासन को मरीजों की सुविधाओं का ध्यान रखते हुए साफ-सफाई और अन्य जरूरी सेवाओं पर विशेष ध्यान देना चाहिए, ताकि महिलाएं बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकें। 

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