फतेहपुर में भीषण सड़क हादसा : कांग्रेस महासचिव समेत तीन की मौत, तेज रफ्तार कार ट्राला से टकराई

UPT | फतेहपुर सड़क हादसा

Oct 17, 2024 11:22

फतेहपुर जिले के कानपुर-प्रयागराज हाईवे पर सड़क हादसे में तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। हादसे में कांग्रेस नेता और जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव अविनाश चंद्र दुबे समेत तीन लोगों की मौत हो गई।

Fatehpur News : फतेहपुर जिले के कानपुर-प्रयागराज हाईवे पर बुधवार को हुए एक भीषण सड़क हादसे में तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा कल्यानपुर थाना क्षेत्र के बड़ौरी टोल प्लाजा के पास हुआ। जब एक तेज़ रफ्तार बलेनो कार ट्राला में पीछे से जाकर टकरा गई। कन्नौज जिले के कांग्रेस नेता और जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव अविनाश चंद्र दुबे समेत तीन लोगों की मौत हो गई।

कैसे हुआ हादसा
हादसा तब हुआ जब तेज रफ्तार बलेनो कार बड़ौरी टोल प्लाजा के पास एक ट्राले से टकरा गई। घटनास्थल पर मौजुद लोगों ने बताया कि कार की गति 80 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे के बीच थी और अचानक ट्राले ने दाहिनी ओर मुड़ने की कोशिश की जिससे कार अनियंत्रित होकर उससे जा टकराई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार का आगे का हिस्सा ट्राले में पूरी तरह से घुस गया। पुलिस और स्थानीय लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और क्रेन की मदद से कार को निकालकर थाने ले जाया गया।



हादसे के शिकार लोग
हादसे में जान गंवाने वालों में कन्नौज जिला कोतवाली क्षेत्र के ग्वाल मैदान निवासी मनोज शुक्ला (65), जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव अविनाश चंद्र दुबे (64) और गुरसहायगंज निवासी कार चालक कौशल कुमार तिवारी (38) शामिल थे। तीनों लोग इलाहाबाद हाईकोर्ट जा रहे थे। जहां अविनाश दुबे को अपने गोमती देवी गर्ल्स इंटर कॉलेज से जुड़े काम के सिलसिले में पेश होना था।

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ट्रेलर चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज
हादसे के बाद ट्रेलर चालक मौके से फरार हो गया। मृतक अविनाश चंद्र दुबे के साले उदयभान दीक्षित ने ट्रेलर चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अब चालक की तलाश कर रही है और हादसे के पीछे के कारणों की गहन जांच कर रही है।

टोल प्लाजा की लापरवाही
हादसे के पीछे की एक वजह टोल प्लाजा के आसपास वाहनों की अव्यवस्थित पार्किंग भी बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि ट्रक चालक ने फास्टैग रिचार्ज कराने के लिए ट्राला को हाईवे के किनारे अनियमित रूप से खड़ा कर दिया था। ट्रकों के लिए टोल प्रबंधन ने सर्विस लेन का निर्माण किया है लेकिन चालक अक्सर इसका उपयोग नहीं करते और नियमों की अनदेखी करते हैं। जिससे दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है।

देर से पहुंची एम्बुलेंस
हादसे के बाद एनएचआई (नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) द्वारा संचालित एम्बुलेंस की सेवा भी सवालों के घेरे में आ गई है। मौके पर मौजुद लोगों ने एम्बुलेंस को फोन किया लेकिन एम्बुलेंस हादसे के आधे घंटे बाद तक मौके पर नहीं पहुंची। जिससे घायल चालक कौशल कुमार तिवारी की मौत हो गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि समय पर एम्बुलेंस मिल जाती तो शायद चालक की जान बचाई जा सकती थी। टोल प्रबंधन ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि एम्बुलेंस हमेशा टोल प्लाजा के पास ही तैनात रहती है और 15 मिनट के भीतर पहुंच जाती है। एम्बुलेंस की देरी की जांच की जाएगी।

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राजनीतिक और सामाजिक रूप से प्रतिष्ठित है परिवार  
हादसे में जान गंवाने वाले जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव अविनाश चंद्र दुबे का परिवार राजनीतिक और सामाजिक रूप से काफी प्रतिष्ठित है। उनका परिवार मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्यामा शरण शुक्ला और केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ला से रिश्ते में जुड़ा हुआ है। अविनाश दुबे कानपुर में रहते थे और उनके भांजे अंकित दीक्षित ने बताया कि उनके मामा का घर राजनीतिक हस्तियों का आना-जाना होता था। जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का भी नाम शामिल है। दूसरे मृतक मनोज शुक्ला एक वरिष्ठ नागरिक समिति के पदाधिकारी और समाचार पत्र के संपादक थे। उनके पिता डॉ. जीवन शुक्ला एक चर्चित साहित्यकार और कालेज के सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य थे। उनका परिवार भी सामाजिक रूप से काफी सक्रिय था और उनके बेटे इत्र के व्यवसाय से जुड़े हैं।

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