महाकुंभ 2025 : मेला क्षेत्र में बिजली की नहीं होगी कमी, प्रशासन ने की व्यापक तैयारी

UPT | महाकुंभ

Oct 17, 2024 20:45

महाकुंभ 2025 के आयोजन को लेकर बिजली व्यवस्था को लेकर व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। मेला क्षेत्र में बिजली की किसी भी प्रकार की कमी न हो इसके लिए...

Prayagraj News : महाकुंभ 2025 के आयोजन को लेकर बिजली व्यवस्था को लेकर व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। मेला क्षेत्र में बिजली की किसी भी प्रकार की कमी न हो इसके लिए विद्युत विभाग के साथ समन्वय से मेला प्रशासन ने व्यापक तैयारी की है।

नए सब स्टेशनों का निर्माण महाकुंभ के दृष्टिगत
गंगापार झूसी क्षेत्र में 132/33 केवी पारेषण उपकेंद्र हेतापट्टी का निर्माण किया जा रहा है। यह उपकेंद्र न केवल मेला क्षेत्र को, बल्कि आसपास के लगभग 2.50 लाख निवासियों को भी बिना कटौती के बिजली आपूर्ति करेगा। न्यू बेली उपकेंद्र का निर्माण भी किया जा रहा है, जो बेली, म्योराबाद, कटरा और राजापुर क्षेत्रों को बिजली प्रदान करेगा। हइंटरलिंक लाइन का निर्माण फाफामऊ उपकेंद्र की क्षमता वृद्धि से फाफामऊ बाजार और ग्रामीण क्षेत्रों के लगभग 50 हजार लोगों को बेहतर बिजली सेवा मिलेगी। शहर के 12 प्रमुख 33/11 केवी उपकेंद्रों को जोड़ने के लिए 12 इंटरलिंक लाइनें बनाई जा रही हैं, जिससे सिविल लाइन्स, बैरहना, रामबाग, हाईकोर्ट और अन्य क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बेहतर होगी।

लाइन को किया जाएगा भूमिगत
भूमिगत विद्युत लाइनें एयरपोर्ट रोड, बाघम्बरी रोड और पेशवाई मार्ग की सभी एचटी और एलटी लाइनों को भूमिगत किया गया है। इससे इन क्षेत्रों में सुंदर बढ़ेगी और दुर्घटनाओं का खतरा कम होगा। अखाड़ों की पेशवाई के दौरान भी बाधक बिजली लाइनों को हटाकर भूमिगत किया गया है। आरएमयू की स्थापना बिजली की निरंतर आपूर्ति को सुनिश्चित करने के लिए आवास विकास, दारागंज, फोर्ट रोड और सोमेश्वरनाथ उपकेंद्रों पर 33 केवी रिंग मेन यूनिट (आरएमयू) स्थापित किए जा रहे हैं। इससे किसी भी तकनीकी समस्या के दौरान बिजली 10 से 15 सेकंड में फिर से चालू हो जाएगी।



नहीं होंगी दुर्घटनाएं
पार्किंग और परेड क्षेत्र की व्यवस्था पार्किंग और परेड क्षेत्र की 33 केवी लाइनों को भूमिगत कर दिया गया है। इससे मेला के दौरान बिजली से संबंधित दुर्घटनाओं की आशंका कम होगी। परेड क्षेत्र में डिजाइनर पोल भी लगाए जा रहे हैं, जो न केवल प्रकाश व्यवस्था में सुधार करेंगे, बल्कि क्षेत्र की सुंदरता भी बढ़ाएंगे। रेलवे स्टेशनों की विद्युत व्यवस्था प्रयागराज जंक्शन और प्रयाग स्टेशन के सामने की बिजली लाइनों को भूमिगत किया गया है, ताकि श्रद्धालुओं के आवागमन में कोई बाधा न आए और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

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