महाकुंभ में एंटी ड्रोन करेंगे चक्रव्यूह का काम : डीजीपी का दावा, जल-थल और नभ...कोई नहीं सकता भेद

UPT | प्रतीकात्मक फोटो

Jan 15, 2025 13:02

सुरक्षा के लिहाज से महाकुंभ में एंटी सिस्टम का पूरा चक्रव्यूह बनाया गया है जो चारो तरफ नजर बनाए रखेगा यूपी पुलिस ने मेला क्षेत्र में सुरक्षा को मजबूत करने के लिए 11 टेथर्ड ड्रोन तैनात किए हैं। ये ड्रोन केबल के माध्यम से ग्राउंड स्टेशन से जुड़े होते हैं और लगातार 12 घंटे तक निगरानी कर सकते हैं....

Prayagraj News: दिव्य और भव्य में महाकुंभ की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन युद्ध स्तर की तैयारियों में लगा हुआ है। सुरक्षित महाकुंभ के लिए सभी मुख्य मार्गों पर जबरदस्त नाकाबंदी की गई है। चप्पे - चप्पे  पर पुलिस का सख्त पहरा है। तो वहीं यूपी के डीजीपी ने कहा है कि सुरक्षा के नए युग की सफल शुरुआत हुआ है। सुरक्षा के लिहाज से महाकुंभ में एंटी सिस्टम का पूरा चक्रव्यूह बनाया गया है जो चारो तरफ नजर बनाए रखेगा। 

आस्था के महापर्व में पहला अमृत शाही स्नान सफलतापूर्वक संपन्न हो गया, जिसमें करीब 3.50 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया। इस अवसर पर सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद रखा गया और सभी एजेंसियों ने अपनी योजना के अनुसार कार्य किया। आगामी माघी पूर्णिमा स्नान पर एक दिन में 7 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है, जो एक बड़ी चुनौती होगी।

ड्रोन सुरक्षा का घेरा 
यूपी पुलिस ने मेला क्षेत्र में सुरक्षा को मजबूत करने के लिए 11 टेथर्ड ड्रोन तैनात किए हैं। ये ड्रोन केबल के माध्यम से ग्राउंड स्टेशन से जुड़े होते हैं और लगातार 12 घंटे तक निगरानी कर सकते हैं। 120 मीटर की ऊंचाई तक उड़ान भरने वाले ये ड्रोन तीन किलोमीटर के क्षेत्र को कवर करते हैं।

DGP प्रशांत कुमार का दावा
DGP प्रशांत कुमार के अनुसार, टेथर्ड ड्रोन ने यूपी पुलिस के लिए सुरक्षा के एक नए युग की शुरुआत की है। ड्रोन और एंटी-ड्रोन सिस्टम की कड़ी निगरानी, भीड़ प्रबंधन और खतरों को निष्क्रिय करने की क्षमताओं ने महाकुंभ 2025 की सुरक्षा को एक नई दिशा दी है।

हाई-टेक टेक्नोलॉजी का प्रयोग
टेथर्ड ड्रोन हाईटेक थर्मल और IR कैमरों से लैस हैं, जो दिन-रात 4K लाइव फुटेज के साथ 36x ऑप्टिकल और 8x डिजिटल जूम क्षमता प्रदान करते हैं। यूपी पुलिस के सुरक्षा विभाग, यातायात निदेशालय और आतंकवाद-रोधी दस्ते (ATS) द्वारा इन ड्रोन का उपयोग विभिन्न सुरक्षा उद्देश्यों के लिए किया जा रहा है।

हवाई खतरों से निपटने के लिए तैयार 
हवाई खतरों से निपटने के लिए तीन एंटी-ड्रोन सिस्टम तैनात किए गए हैं। दो RF-आधारित सिस्टम 8 किमी तक दुश्मन ड्रोन का पता लगा सकते हैं, जबकि एक रडार-आधारित सिस्टम 15 किमी की दूरी तक ड्रोन को ट्रैक कर सकता है। अब तक 9 अवैध ड्रोन को निष्क्रिय किया जा चुका है, जिनमें से 6 मकर संक्रांति के दिन पकड़े गए।

ड्रोन की निगरानी
ADG सुरक्षा रघुबीर लाल की देखरेख में एसपी ट्रेनिंग और एसपी सुरक्षा मेला क्षेत्र में तैनात हैं। ADG ट्रैफिक सत्य नारायण और IG ट्रैफिक सुभाष दुबे यातायात विभाग के ड्रोन की निगरानी कर रहे हैं, जबकि ADG एटीएस नीलाब्जा चौधरी एटीएस के ड्रोन की मॉनिटरिंग कर रही हैं।
 

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