प्रयागराज महाकुंभ 2025 : मेले में पहुंची अमेरिकी योगा टीचर, बोलीं- मेरा अनुभव अविस्मरणीय, काशी का भी किया जिक्र

UPT | अमेरिकी योगा टीचर कुशला

Jan 18, 2025 14:28

13 जनवरी से चल रहे दिव्य और भव्य महाकुंभ मेला में दुनिया भर से लोग आ रहे हैं। इनमें से एक हैं 55 वर्षीय कुशला, जो अमेरिका से यहां आईं हैं। वह एक योगा टीचर हैं और सनातन धर्म के प्रति उनका गहरा लगाव है।

Short Highlights
  • अमेरिकी योगा टीचर हैं 55 वर्षीय कुशला
  • सनातन धर्म के प्रति है उनका गहरा लगाव
  • संगम पहुंचकर मां गंगा को किया नमन
Prayagraj News : 13 जनवरी से चल रहे दिव्य और भव्य महाकुंभ मेला में दुनिया भर से लोग आ रहे हैं। इनमें से एक हैं 55 वर्षीय कुशला, जो अमेरिका से यहां आईं हैं। वह एक योगा टीचर हैं और सनातन धर्म के प्रति उनका गहरा लगाव है। कुशला ने बताया कि इस लगाव की वजह से ही उन्होंने योगा टीचर के तौर पर अपना करियर चुना। महाकुंभ में आकर वह खुद को बहुत आशीर्वादित महसूस कर रही हैं। प्रयागराज पहुंचने के बाद उन्होंने घाट पर जाकर मां गंगा को नमन किया और जल छिड़का। अब वह महाकुंभ मेले की साक्षी बनकर यहां के अनुभवों को आत्मसात कर रही हैं।

सनातन धर्म की चमक ने खींचा प्रयागराज
अमेरिका से भारत आईं कुशला ने महाकुंभ मेला देखने का सपना सच किया। उन्होंने कहा, "महाकुंभ के बारे में बहुत कुछ सुन रखा था और वाराणसी पहुंचने के बाद जब मुझे पता चला कि प्रयागराज में महाकुंभ मेला चल रहा है, तो मैंने सोचा कि यह एक अनमोल मौका है, सनातन धर्म से जुड़ने और इस अनुभव को जीने का।" कुशला ने बताया कि यहां आकर उनका अनुभव बेहद खास और अद्भुत रहा। वह योगा टीचर हैं और उनके गुरु ने उन्हें महाकुंभ के बारे में बताया था। काशी में भी लोगों ने इसके बारे में बताया, लेकिन उन्होंने गंगा में डुबकी नहीं लगाई, बल्कि गंगाजल अपने ऊपर छिड़का और इसे एक पवित्र अनुभव बताया।


सनातन धर्म से है लगाव
उन्होंने कहा कि वे सनातन धर्म को बहुत पसंद करती हैं। प्रयागराज बेहद पवित्र जगह है यहां पहुंचे साधु-संतों और भक्तों के बीच यह स्थान धार्मिक आस्थाओं का केंद्र बन चुका है। उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका जाने के बाद वे हर किसी से महाकुंभ जाने की सलाह देंगी, क्योंकि यह एक अनमोल अनुभव है जिसे हर व्यक्ति को जीवन में एक बार जरूर हासिल करना चाहिए। साथ ही, उन्होंने भारत की परंपराओं और संस्कृति की सराहना करते हुए अपने देशवासियों को भी महाकुंभ में आने का आह्वान किया, ताकि वे इस अद्भुत धार्मिक यात्रा का हिस्सा बन सकें।

Also Read