महाकुंभ-2025 : जूना अखाड़ा ने निकाली छावनी प्रवेश शोभायात्रा, रथ पर सवार होकर निकले संन्यासी, मेला शिविर में रहकर करेंगे पूजा पाठ 

UPT | जूना अखाड़ा ने निकाली छावनी प्रवेश शोभायात्रा

Dec 14, 2024 20:06

13 जनवरी से शुरू होने वाले महाकुंभ 2025 के मद्देनजर अखाड़ों की छावनी प्रवेश शोभा यात्रा (पेशवाई) की शुरुआत हो गई है। इस आयोजन के तहत सबसे पहले पंच दशनाम जूना अखाड़ा की ओर से राजसी अंदाज में शोभा यात्रा निकाली गई, जिसमें संन्यासी रथों पर सवार होकर यात्रा में भाग ले रहे थे।

Short Highlights
  • जूना अखाड़ा की ओर से राजसी अंदाज में शोभायात्रा निकाली गई
  • यात्रा में जूना अखाड़े के नागा साधुओं की सेना सबसे आगे
  • संन्यासी का महाकुम्भ तक शिविर में डेरा
Prayagraj News : 13 जनवरी से शुरू होने वाले महाकुंभ 2025 के मद्देनजर अखाड़ों की छावनी प्रवेश शोभा यात्रा (पेशवाई) की शुरुआत हो गई है। इस आयोजन के तहत सबसे पहले पंच दशनाम जूना अखाड़ा की ओर से राजसी अंदाज में शोभा यात्रा निकाली गई, जिसमें संन्यासी रथों पर सवार होकर यात्रा में भाग ले रहे थे। यात्रा में जूना अखाड़े के नागा साधुओं की सेना सबसे आगे चल रही थी, उसके बाद आचार्य महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर, साधु-संन्यासी और उनके भक्त भी शामिल थे। यात्रा के मार्ग में रास्ते भर महिलाओं और पुरुषों की भीड़ इन संतों के दर्शन करने के लिए एकत्रित थी। कीडगंज इलाके में तीर्थपुरोहितों ने जूना अखाड़े के साधु संतों और आचार्य महामंडलेश्वर की आरती उतारकर उनका स्वागत किया।

पंच दशनाम जूना अखाड़ा की पेशवाई यात्रा शुरू
धर्म और अध्यात्म की नगरी प्रयागराज में शनिवार को पंच दशनाम जूना अखाड़ा की तरफ से 2025 महाकुंभ की शुरुआत से पहले पेशवाई यात्रा निकाली गई। इस यात्रा में सबसे बड़े अखाड़े के साधु संतों और नागा सन्यासियों के साथ ही महामंडलेश्वर और आचार्य महामंडलेश्वर भी शामिल हुए। गंगा मैया और भोलेनाथ के जयघोष के साथ साधुओं की इस सेना ने पेशवाई छावनी प्रवेश यात्रा की शुरुआत की। यात्रा की शुरुआत में सबसे आगे अखाड़े का धर्म का प्रतीक ध्वजा लेकर नागा साधु चल रहे थे, इसके बाद पैदल और घोड़ों पर बैठकर नागाओं की सेना यात्रा की अगुवाई कर रही थी। शस्त्रधारी नागा साधु अस्त्र-शस्त्रों से करामात दिखाते हुए प्रतीक स्वरूप प्रदर्शन कर रहे थे।


मेला शिविर में रहकर पूजा पाठ करेंगे संन्यासी
कीडगंज के मौज गिरी आश्रम से शुरू हुई जूना अखाड़ा की पेशवाई यात्रा शहर और मेला क्षेत्र से होते हुए त्रिवेणी संगम तट पर जाएगी। यहां पर मां गंगा की विधि-विधान से पूजा-पाठ कर आरती की जाएगी। इसके बाद यह यात्रा संगम से मेला क्षेत्र में बनाए गए शिविर की ओर बढ़ेगी, जहां आज से ही धर्म ध्वजा और ईष्टदेव की पूजा पाठ की शुरुआत की जाएगी।

महाकुम्भ तक शिविर में डेरा
पेशवाई यात्रा में जूना अखाड़े की महिला संत महंत भी शामिल थीं, जिनकी अगुवाई महामंडलेश्वर देव्या गिरी कर रही थीं। उनके साथ अन्य महिला साधु सन्यासी और महामंडलेश्वर भी इस यात्रा में शामिल हुए थे। पेशवाई यात्रा को देखने के लिए सड़कों के दोनों तरफ भारी भीड़ जुटी हुई थी, और विदेशी साधु-संत इस यात्रा के आकर्षण का केंद्र बने हुए थे। महामंडलेश्वर देव्या गिरी ने बताया कि इस यात्रा के साथ उनका डेरा मेला क्षेत्र में पूरी तरह से स्थापित हो जाएगा, जहां महाकुंभ की समाप्ति तक साधु-संत पूजा पाठ और अनवरत भजन कीर्तन करेंगे।

फिल्म एक्टर राजपाल यादव ने किया भूमि पूजन
आस्था और धर्म की नगरी प्रयागराज में 2025 महाकुंभ का आगाज हो चुका है। शनिवार को फिल्म एक्टर राजपाल यादव संगम नगरी प्रयागराज पहुंचे और अपने गुरु 'दद्दा जी' के शिविर सेक्टर 9 में भूमि पूजन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह मेला केवल भारत के लिए नहीं, बल्कि पूरे विश्व का कल्याण करने के लिए है। राजपाल यादव के भूमि पूजन के साथ ही महाकुंभ की तैयारियां और भव्यता का एक नया अध्याय शुरू हुआ।

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