महाकुंभ की तैयारियों में जुटी सरकार : मंदिरों का कायाकल्प जल्द होगा पूरा, विभाग तालमेल से कर रहे काम

UPT | महाकुंभ 2025

Nov 04, 2024 18:28

सनातन धर्म के महापर्व महाकुंभ 2025 के लिए योगी सरकार प्रयागराज के पौराणिक मंदिरों और संगम क्षेत्र का व्यापक कायाकल्प करने में जुटी है। गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर लाखों...

Prayagraj News : सनातन धर्म के महापर्व महाकुंभ 2025 के लिए योगी सरकार प्रयागराज के पौराणिक मंदिरों और संगम क्षेत्र का व्यापक कायाकल्प करने में जुटी है। गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर लाखों श्रद्धालुओं की आस्था को ध्यान में रखते हुए, विभिन्न परियोजनाओं पर कार्य तेजी से चल रहा है। प्रयागराज के लगभग सभी ऐतिहासिक मंदिरों के कॉरिडोर और जीर्णोद्धार का काम अंतिम चरण में है। इससे अधिकांश कार्य 15 नवंबर तक पूरे होने की उम्मीद है। 19 परियोजनाओं में से 17 परियोजनाएं 15 नवंबर तक और बाकी दो परियोजनाएं 30 नवंबर तक पूरी हो जाएंगी।

मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने की समीक्षा बैठक
हाल ही में लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय पर्यटन व संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा बैठक की। बैठक में मंदिरों के जीर्णोद्धार और उनके कॉरिडोर परियोजनाओं की प्रगति की चर्चा हुई। बैठक में कहा गया कि पर्यटन विभाग, स्मार्ट सिटी और प्रयागराज विकास प्राधिकरण इन कार्यों में तालमेल बिठाकर तीव्रता से काम कर रहे हैं ताकि महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं सर्वोत्तम हों।

पर्यटन विभाग के नेतृत्व में 15 प्रमुख परियोजनाएं
पर्यटन विभाग मंदिरों के जीर्णोद्धार और कॉरिडोर निर्माण के अंतर्गत 15 प्रमुख परियोजनाओं पर कार्य कर रहा है। इनमें भरद्वाज कॉरिडोर, मनकामनेश्वर मंदिर कॉरिडोर, द्वादश माधव मंदिर, पड़िला महादेव मंदिर, अलोपशंकरी मंदिर और अन्य ऐतिहासिक मंदिरों का कायाकल्प शामिल है। इनमें से 14 परियोजनाएं 15 नवंबर तक पूर्ण हो जाएंगी, जबकि एक परियोजना 30 नवंबर तक समाप्त होने का लक्ष्य है।



स्मार्ट सिटी और पीडीए के काम में आई तेजी
स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत अक्षयवट कॉरिडोर, सरस्वती कूप कॉरिडोर और पातालपुरी कॉरिडोर का कार्य प्रगति पर है और यह 15 नवंबर तक पूर्ण हो जाएगा। इसके अलावा, प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) नागवासुकी मंदिर और हनुमान मंदिर कॉरिडोर परियोजनाओं पर कार्य कर रहा है। नागवासुकी मंदिर का जीर्णोद्धार 30 नवंबर तक पूरा कर लिया जाएगा, जबकि हनुमान मंदिर कॉरिडोर का कार्य 10 दिसंबर तक समाप्त होने का लक्ष्य है।

श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कार्य
महाकुंभ 2025 में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं की यात्रा को यादगार बनाने के लिए सरकार ने विशेष प्रबंध किए हैं। मेलाधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि मेला प्रशासन श्रद्धालुओं के लिए आस्था के साथ-साथ सुविधाओं पर भी विशेष ध्यान दे रहा है ताकि उनकी यात्रा सुगम और सुखद हो सके।

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