प्रयागराज में स्वाइन फ्लू का बढ़ा प्रकोप : सतर्क हुआ स्वास्थ्य विभाग, जानें कैसे करें बचाव

UPT | प्रतीकात्मक फोटो

Sep 15, 2024 17:52

प्रयागराज में डेंगू और मलेरिया के प्रकोप के बीच अब स्वाइन फ्लू का संक्रमण भी दस्तक दे चुका है। स्वास्थ्य विभाग ने निर्णय लिया है कि यदि स्वाइन फ्लू से प्रभावित कोई व्यक्ति मिलता...

Prayagraj News : प्रयागराज में डेंगू और मलेरिया के प्रकोप के बीच अब स्वाइन फ्लू का संक्रमण भी दस्तक दे चुका है। हाल ही में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में स्वाइन फ्लू से पीड़ित 70 वर्षीय महिला की मृत्यु ने स्वास्थ्य विभाग को सतर्क कर दिया है। महिला की मृत्यु की आधिकारिक जानकारी अभी तक स्वास्थ्य विभाग को प्राप्त नहीं हुई है। यह महिला प्रयागराज के मुह्वीगंज इलाके की रहने वाली थी और उसे उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन), बीपी, और शुगर जैसी गंभीर समस्याएं भी थीं।

स्वास्थ्य विभाग ने लिया जरूरी निर्णय
स्वास्थ्य विभाग ने निर्णय लिया है कि यदि स्वाइन फ्लू से प्रभावित कोई व्यक्ति मिलता है तो उसकी समुचित जांच और उपचार की व्यवस्था तुरंत की जाएगी। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. वरुण क्वात्रा ने बताया कि अगर किसी मोहल्ले में स्वाइन फ्लू का संदिग्ध मरीज मिलता है, तो उसे तुरंत होम आइसोलेट कर इलाज शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही स्वाइन फ्लू की पुष्टि के लिए सैंपल को लखनऊ भेजा जाएगा। प्रयागराज के एसआरएन, बेली और कॉल्विन अस्पतालों में संक्रामक बीमारियों से ग्रस्त मरीजों के लिए विशेष बेड भी आरक्षित किए गए हैं।

बढ़ते संक्रामक रोग 
मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ. वत्सला मिश्रा ने बताया कि मानसून के बाद संक्रामक बीमारियों का खतरा काफी बढ़ जाता है। डेंगू और मलेरिया के साथ ही स्वाइन फ्लू का भी खतरा बना रहता है। स्वाइन फ्लू के संक्रमण की जांच और इसके उपचार के लिए सभी जरूरी दिशा-निर्देशों का पालन किया जाएगा। स्वाइन फ्लू की जांच मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में की जाएगी और जांच किट की मांग भी सरकार से की गई है।

अस्पताल में बढ़ रही मरीजों की संख्या
स्वाइन फ्लू के बढ़ते डर के कारण अस्पतालों में बुखार, खांसी और जुकाम से पीड़ित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। एसआरएन अस्पताल की ओपीडी में शनिवार को मेडिसिन विभाग में पहुंचे मरीजों ने बताया कि उन्हें डेंगू और मलेरिया से ज्यादा अब स्वाइन फ्लू का डर सता रहा है। बहरिया से आए मरीज सुधीर ने कहा कि उन्हें तीन दिन से बुखार और खांसी हो रही है, जिससे वे काफी परेशान हैं और उन्हें स्वाइन फ्लू होने का डर है।

स्वाइन फ्लू से बचाव के उपाय
स्वाइन फ्लू एक वायरस जनित रोग है, जो इंसान से इंसान में फैलता है। इसके लक्षणों में बुखार, खांसी, गले में खराश, शरीर में दर्द, ठंड लगना और थकान प्रमुख हैं। डॉक्टरों के अनुसार, स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए कुछ एहतियाती उपायों का पालन करना बेहद जरूरी है। खांसते या छींकते समय नाक और मुंह को ढकना, हाथों को नियमित रूप से साबुन और पानी से धोना, और आंख, नाक या मुंह को बार-बार छूने से बचना चाहिए।

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