सपा विधायक विजमा यादव उत्तर प्रदेश विधानसभा में मानसून सत्र के दौरान अपनी बात रखते हुए रो पड़ीं।
Lucknow News : प्रयागराज के प्रतापपुर की सपा विधायक विजमा यादव उत्तर प्रदेश विधानसभा में मानसून सत्र के दौरान अपनी बात रखते हुए रो पड़ीं। उन्होंने ने अपने दिवंगत पति और पूर्व विधायक जवाहर पंडित की हत्या के मामले में कोर्ट से दोषी ठहराए गए पूर्व भाजपा विधायक उदयभान कवरिया और कपिल मुनि कवरिया को रिहा करने पर गंभीर चिंता व्यक्त की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से दखल की मांग
उत्तर प्रदेश विधानसभा में मंगलवार को एक भावुक क्षण देखने को मिला। विजमा यादव ने रुंधे गले से सदन में अपनी बात रखी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की। विजमा यादव ने बताया कि उनके पति की हत्या प्रयागराज में हुई थी, जिसमें एके-47 जैसे घातक हथियार का इस्तेमाल किया गया था। उन्होंने स्पष्ट रूप से आरोप लगाया कि इस मामले में दोषी पाए गए पूर्व भाजपा विधायक उदयभान कवरिया और कपिल मुनि कवरिया को अब रिहा किया जा रहा है, जो उनके लिए गंभीर चिंता का विषय है।
न्याय व्यवस्था पर गंभीर सवाल
प्रतापपुर की सपा विधायक ने कहा कि उनके पति समेत तीन लोगों की दिनदहाड़े हत्या ने पूरे जिले को हिला कर रख दिया था। उन्होंने बताया कि न्याय पाने के लिए उन्हें 18 साल तक लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी और इतने समय बाद जाकर दोषियों को सजा मिली थी। विजमा ने स्पष्ट किया कि उदयभान ने अपने भाइयों के साथ मिलकर पहली बार उनके पति पर एके-47 से हमला किया था। विजमा यादव ने सरकार पर सीधा आरोप लगाया कि इतने बड़े अपराधी को रिहा करना न्याय व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़ा करता है।
परिवार की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए
सपा विधायक ने अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर बेहद गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि उनकी सुरक्षा मुख्यमंत्री के हाथों में है और अगर उनकी या उनके परिवार के किसी सदस्य की हत्या होती है, तो इसके लिए सीधे तौर पर सरकार जिम्मेदार होगी। उन्होंने कहा कि अगर ऐसे बड़े माफिया को छोड़ा जा रहा है, तो छोटे-छोटे अपराधियों को भी रिहा कर देना चाहिए।
संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने जवाब दिया
इस मुद्दे पर तत्काल प्रतिक्रिया देते हुए संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि यह मामला अभी-अभी सामने आया है और इसमें अधिक जानकारी की आवश्यकता है। उन्होंने समाजवादी पार्टी पर भी प्रत्यक्ष रूप से निशाना साधा, यह कहते हुए कि अपराधियों को संरक्षण देने के कारण ही उन्होंने अपनी सरकार खो दी। खन्ना ने दावा किया कि भाजपा सरकार अपराधियों के खिलाफ है। उन्होंने राजू पाल और कृष्णानंद राय की हत्याओं का स्पष्ट उदाहरण देते हुए कहा कि इन मामलों में दोषियों को सुरक्षा देने के लिए पंजाब जेल भेजा गया था। उन्होंने इन हत्याओं के लिए अप्रत्यक्ष रूप से समाजवादी पार्टी को जिम्मेदार ठहराया।