महाकुंभ 2025 : मेले में भीड़ नियंत्रण व सुरक्षा को तैनात किए जाएंगे 180 घुड़सवार पुलिसकर्मी, ट्रेनिंग पूरी,   योगी सरकार की व्यापक तैयारियां जारीं 

UPT | फोटो।

Oct 29, 2024 18:07

महाकुंभ-2025 में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए योगी सरकार ने जबरदस्त तैयारी की है। इसमें विभिन्न फोर्सेज को जिम्मेदारी दी गई है, जिसमें घुड़सवार पुलिस भी शामिल है।

Prayagraj News : महाकुंभ-2025 में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए योगी सरकार ने जबरदस्त तैयारी की है। इसमें विभिन्न फोर्सेज को जिम्मेदारी दी गई है, जिसमें घुड़सवार पुलिस भी शामिल है। महाकुंभ मेले के दौरान घुड़सवार पुलिस कर्मी हर समय मेला क्षेत्र में तैनात रहेंगे और पेट्रोलिंग करते रहेंगे। 

महाकुंभ के दौरान 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं और पर्यटकों के प्रयागराज आने की संभावना है। 13 जनवरी से 26 फरवरी
तक बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने के लिए पहुंचेंगे। विशेषकर प्रमुख स्नान की तिथियों पर एक समय में करोड़ों
श्रद्धालु गंगा, यमुना और संगम के घाट पर रहेंगे। किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए पुलिस ने भी जोरदार तैयारी की हुई
है और एक व्यापक कार्ययोजना बनाई है। 


घोड़े पर बैठा पुलिस कर्मी ऊंचाई पर रहने के कारण अधिक दूरी तक नजर बनाए रखने में सक्षम 
ला सुरक्षा से जुड़े एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार प्रदेश की विभिन्न पुलिस लाइन्स में घुड़सवार पुलिस कर्मियों की
ट्रेनिंग कराई गई है। इस बार महाकुंभ में 180 घुड़सवार पुलिसकर्मी भीड़ नियंत्रण को लेकर तैनात किए जाएंगे। अधिकारी के
अनुसार यह घुड़सवार कर्मी पैदल सुरक्षा कर रहे पुलिसकर्मियों से ज्यादा कारगर साबित होते हैं। खासकर घोड़े पर बैठा पुलिस
का जवान ऊंचाई पर रहने के कारण अधिक दूरी तक नजर बनाए रखने में सक्षम होता है। किसी भी संदिग्ध परिस्थिति को
देखते ही वह न सिर्फ खुद बल्कि अन्य पुलिसकर्मियों को मैसेज भेजकर स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए नियत स्थान पर
पहुंच सकता है।  

महाकुंभ में तैनात होने वाले घोड़े का नामकरण भी किया गया
पुलिस अधिकारी ने बताया कि घुड़सवार पुलिस के जवान का एक मनोवैज्ञानिक असर भी भीड़ पर होता है। कम बल लगाकर
ही वो अधिक भीड़ को नियंत्रित करने में सक्षम होता है। महाकुंभ में तैनात होने वाले घोड़े का नामकरण भी किया गया है।
इन्हें महाराजा, चेतन, बाहुबली जैसे नाम दिए गए हैं। सभी प्रशिक्षित घुड़सवार जवानों को मेला प्रारंभ होने से पहले पूरे क्षेत्र का
भ्रमण कराया जाएगा, ताकि उन्हें क्षेत्र की विस्तार से जानकारी हो जाए। 

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