आवास विकास में नकली दवाइयों का बड़ा खुलासा : 7 लाख का माल बरामद, ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर किया गया किया धोखा

UPT | आवास विकास में नकली दवाइयों का बड़ा खुलासा

Dec 07, 2024 10:28

औषधि विभाग की टीम ने छापा मारकर 7 लाख रुपये मूल्य की नकली दवाइयां बरामद की हैं। इन दवाइयों पर ब्रांडेड कंपनियों के नकली रैपर लगाकर बाजार में बेचा जा रहा था। इस मामले ने जिले में चिकित्सा सुरक्षा...

Shaharanpur News : सहारनपुर के दिल्ली रोड स्थित आवास विकास कॉलोनी में नकली दवाइयों का कारोबार चलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। औषधि विभाग की टीम ने छापा मारकर 7 लाख रुपये मूल्य की नकली दवाइयां बरामद की हैं। इन दवाइयों पर ब्रांडेड कंपनियों के नकली रैपर लगाकर बाजार में बेचा जा रहा था। इस मामले ने जिले में चिकित्सा सुरक्षा और दवा आपूर्ति तंत्र पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

फ्लैट से चल रहा था नकली दवाइयों का नेटवर्क
जांच में पता चला कि दिल्ली रोड स्थित आवास विकास कॉलोनी के एक फ्लैट से यह अवैध कारोबार संचालित किया जा रहा था। यहां एक्सपायरी हो चुकी दवाइयों पर ब्रांडेड कंपनियों के रैपर चिपकाए जाते थे। इन दवाइयों को आगरा और मुजफ्फरनगर से लाकर फ्लैट में पैकिंग की जाती थी और फिर उन्हें बाजार में सप्लाई किया जाता था।

औषधि विभाग ने की बड़ी कार्रवाई
सूचना मिलते ही औषधि विभाग की टीम ने फ्लैट पर छापा मारा। मौके से बड़ी संख्या में नकली दवाइयां, रैपर, पैकिंग सामग्री और अन्य उपकरण जब्त किए गए। विभाग ने कुल 7 लाख रुपये की नकली दवाइयां बरामद कीं। जिनके नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद यह स्पष्ट होगा कि इन दवाइयों में कितनी हानिकारक सामग्री का उपयोग किया गया था।

आगरा और मुजफ्फरनगर से जुड़ा है नेटवर्क
प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि इस गिरोह का नेटवर्क आगरा और मुजफ्फरनगर तक फैला हुआ है। एक्सपायरी दवाइयों को वहां से सहारनपुर लाकर, ब्रांडेड कंपनियों की तरह पैक करके बेच दिया जाता था। इन दवाइयों की सप्लाई केवल सहारनपुर ही नहीं, बल्कि अन्य शहरों में भी की जाती थी।

मरीजों की जान से हो रहा था खिलवाड़
फर्जी दवाइयों के इस गोरखधंधे से न केवल मरीजों की जान खतरे में पड़ रही थी, बल्कि दवा कंपनियों की साख को भी नुकसान पहुंचाया जा रहा था। नकली दवाइयों के सेवन से मरीजों पर क्या असर पड़ा है, इसकी जांच की जा रही है।

अवैध कारोबार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग
औषधि विभाग ने फिलहाल मामले की जांच शुरू कर दी है और इसमें संलिप्त लोगों की तलाश जारी है। पुलिस और औषधि विभाग इस बात की जांच कर रहे हैं कि नकली दवाइयां बनाने और बेचने में और कौन-कौन लोग शामिल हैं। स्थानीय लोगों और चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े व्यक्तियों ने इस घटना पर नाराजगी व्यक्त करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

स्वास्थ्य विभाग की सतर्कता बढ़ी
इस मामले के खुलासे के बाद स्वास्थ्य विभाग और औषधि विभाग ने नकली दवाइयों की रोकथाम के लिए सतर्कता बढ़ा दी है। जिले में दवाइयों के थोक विक्रेताओं और मेडिकल स्टोरों की गहन जांच की जा रही है ताकि भविष्य में इस तरह के घोटालों को रोका जा सके।

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