यात्रीगण कृपया ध्यान दें : गोरखपुर-वाराणसी रूट पर चार जोड़ी ट्रेनें निरस्त, 30 हजार यात्री होंगे प्रभावित

UPT | Indian Railway

Nov 18, 2024 10:29

गोरखपुर-वाराणसी रूट पर यात्रा करने वाले 30,000 से अधिक यात्रियों को रविवार और सोमवार को ट्रेनों के रद्द होने के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। गोरखपुर कैंट-भटनी खंड में चौरीचौरा...

Varanasi News : गोरखपुर-वाराणसी रूट पर यात्रा करने वाले 30,000 से अधिक यात्रियों को रविवार और सोमवार को ट्रेनों के रद्द होने के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। गोरखपुर कैंट-भटनी खंड में चौरीचौरा, गौरी बाजार और बैतालपुर स्टेशनों के बीच चल रहे नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य के चलते चार जोड़ी ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। इसके अलावा कुछ अन्य ट्रेनों के ठहराव में बदलाव किए गए हैं।

कौन-कौन सी ट्रेनें रहेंगी रद्द?  
पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार के अनुसार, 18 और 19 नवंबर को ये ट्रेनें रद्द रहेंगी। जिसमें बनारस-गोरखपुर एक्सप्रेस (15104/15105), वाराणसी सिटी-गोरखपुर एक्सप्रेस (15129/15130), वाराणसी सिटी-गोरखपुर एक्सप्रेस (15131/15132) और लालकुआं-वाराणसी सिटी एक्सप्रेस (05055/05056) ट्रेनें शामिल है।

अन्य ट्रेनों का रूट और ठहराव बदला  
15008 लखनऊ-वाराणसी सिटी कृषक एक्सप्रेस : 18 नवंबर को वाराणसी सिटी स्टेशन के बजाय गोरखपुर स्टेशन पर यात्रा समाप्त करेगी।  
12165 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-गोरखपुर एक्सप्रेस : 18 नवंबर को मऊ स्टेशन पर यात्रा समाप्त करेगी और मऊ-गोरखपुर खंड पर निरस्त रहेगी। 

कब तक बहाल होगा संचालन?  
ट्रेनों का संचालन 20 नवंबर से अपने निर्धारित मार्ग और ट्रैक पर लौट आएगा। इस बीच यात्रियों को वैकल्पिक यात्रा साधनों की तलाश करनी होगी, जिससे उन्हें अतिरिक्त समय और खर्च का सामना करना पड़ेगा।

घने कोहरे से निपटने की तैयारी
हर साल सर्दियों में कोहरे के कारण उत्तर भारत में रेल संचालन प्रभावित होता है। ट्रेनों के विलंबित होने और कई यात्री ट्रेनों के रद्द होने से यात्रियों को असुविधा होती है। इस समस्या को कम करने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे ने 476 फॉग सेफ डिवाइस को अपग्रेड करने का काम शुरू कर दिया है।

फॉग सेफ डिवाइस क्या है?  
यह जीपीएस आधारित उपकरण लोको पायलटों को घने कोहरे में सिग्नल, समपार फाटक, स्थायी गति अवरोधक और अन्य महत्वपूर्ण लैंडमार्क की रियल-टाइम जानकारी देता है। यह 500 मीटर तक की दूरी पर आने वाले लैंडमार्क की जानकारी वॉयस मैसेज के साथ प्रदर्शित करता है। इसमें 18 घंटे की इनबिल्ट रिचार्जेबल बैटरी बैकअप है, जिससे इसे लंबी दूरी की यात्रा के दौरान भी उपयोग में लाया जा सकता है। यह सभी प्रकार के रेल इंजनों और ट्रेनों के लिए उपयुक्त है।

नियमित निरीक्षण के निर्देश  
पूर्वोत्तर रेलवे के अधिकारियों ने कैंट, बनारस और वाराणसी सिटी से चलने वाली ट्रेनों के लोको पायलटों को नियमित फुट प्लेट इंस्पेक्शन के निर्देश दिए हैं। सर्दियों में ट्रेनों के सुचारू संचालन के लिए यह कदम उठाया गया है।

रेल संचालन में देरी से यात्री परेशान
कोहरे और ब्लॉक के चलते रेल सेवाएं पूरी तरह से प्रभावित हो रही हैं। शनिवार को निर्धारित समय पर आने वाली कई ट्रेनें घंटों की देरी से वाराणसी कैंट स्टेशन पहुंचीं।

जनसाधारण एक्सप्रेस : 23 घंटे की देरी से पहुंची।  
काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस : 17 घंटे विलंबित।  
जयनगर-आनंद विहार टर्मिनस स्पेशल : 14 घंटे की देरी से आई।  
विभूति एक्सप्रेस : 11 घंटे।
कुंभ एक्सप्रेस : 10 घंटे।
उपासना एक्सप्रेस : 5 घंटे 30 मिनट की देरी।

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