अवैध नौका संचालन पर लगेगी रोक : गंगा में चलने वाली नावों पर लगेगा QR कोड, मालिक और चालक की मिलेगी पूरी जानकारी

UPT | गंगा में चलने वाली नावों पर लगेगा QR कोड

Nov 18, 2024 11:53

वाराणसी में देव दीपावली के अवसर पर गंगा घाटों पर नावों की निगरानी को प्रभावी बनाने के लिए नगर निगम ने एक नई कार्ययोजना तैयार की है। इस योजना के तहत सभी लाइसेंसी नावों पर रेडियमयुक्त...

Varanasi News : वाराणसी में देव दीपावली के अवसर पर गंगा घाटों पर नावों की निगरानी को प्रभावी बनाने के लिए नगर निगम ने एक नई कार्ययोजना तैयार की है। इस योजना के तहत सभी लाइसेंसी नावों पर रेडियमयुक्त क्यूआर कोड लगाए जाएंगे। जो न केवल नावों की पहचान में मदद करेंगे बल्कि अवैध नावों के संचालन पर भी रोक लगाएंगे। रेडियमयुक्त यह क्यूआर कोड दूर से ही चमकेगा। जिससे जल पुलिस और निगरानी दल को गंगा में नावों की पहचान करना आसान होगा।

पहले चरण में 1200 नावों पर क्यूआर कोड
नगर निगम के लाइसेंस विभाग के सहायक नगर आयुक्त मनोज कुमार तिवारी ने बताया कि इस योजना के पहले चरण में नगर निगम द्वारा लाइसेंस प्राप्त 1200 नावों पर रेडियमयुक्त क्यूआर कोड लगाए जाएंगे। इसके बाद अन्य नावों को भी इस योजना में शामिल किया जाएगा।

क्यूआर कोड की उपयोगिता
1. नाव के मालिक का नाम।  
2. नाव चालक का नाम।  
3. नाव का निर्माण कब हुआ था।  
4. नाव में सवारियों की अधिकतम क्षमता। 

देव दीपावली पर अव्यवस्था को देखते हुए लिया गया ये फैसला
देव दीपावली के दौरान हजारों श्रद्धालु गंगा घाटों पर पहुंचे। जिसके कारण नावों की मांग बढ़ गई। इस बार नगर निगम ने वाराणसी के अलावा आसपास के जिलों से भी अतिरिक्त नावें मंगाई थीं। इसके बावजूद कई अवैध नावें भी बिना लाइसेंस के संचालन में शामिल रहीं। नावों पर स्पष्ट पहचान का कोई निशान न होने के कारण यह पता लगाना मुश्किल हो रहा था कि कौन-सी नाव लाइसेंसी है और किस घाट के लिए जारी की गई है। इस समस्या को देखते हुए यह योजना लागू करने का निर्णय लिया गया।

पुलिस और नगर निगम का संयुक्त प्रयास
जल पुलिस और नगर निगम के अधिकारियों ने नावों की निगरानी के लिए मिलकर काम किया। पुलिस की ओर से यह सुझाव आया था कि सभी नावों पर एक अनोखा पहचान चिह्न लगाया जाए। इस सुझाव के आधार पर रेडियमयुक्त क्यूआर कोड की योजना बनाई गई।

अवैध नावों पर लगेगी लगाम
इस व्यवस्था से न केवल लाइसेंसी नावों की पहचान होगी बल्कि अवैध नावों के संचालन पर भी प्रभावी रोक लगेगी। नाव मालिकों और चालकों की जानकारी क्यूआर कोड के माध्यम से तुरंत प्राप्त होने से अधिकारियों को निगरानी और कार्रवाई में सुविधा होगी। 

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