नहाय-खाय से छठ पूजा की शुरुआत : गोमती नदी के किनारे घाटों पर बनाई गई बेदी, बाजारों में दिखी भीड़

UPT | नहाय-खाय से छठ पूजा की शुरुआत

Nov 05, 2024 18:11

पूर्वांचल में आस्था का प्रतीक चार दिनों तक मनाया जाने वाला लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा है, जिसके लिए महिलाएं आज, मंगलवार से तैयारियां शुरू कर दी हैं। छठ पर्व में सूर्य की उपासना की जाती है।

Jaunpur News : पूर्वांचल में आस्था का प्रतीक चार दिनों तक मनाया जाने वाला लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा है, जिसके लिए महिलाएं आज, मंगलवार से तैयारियां शुरू कर दी हैं। छठ पर्व में सूर्य की उपासना की जाती है। पहले दिन नहाय-खाय का कार्यक्रम होता है, जिसमें व्रति महिलाएं लौकी, दाल और भात का प्रसाद ग्रहण करती हैं। इसके बाद दूसरे दिन खरना का कार्यक्रम होता है, जिसमें महिलाएं गुड़ का खीर और पराठा बनाकर प्रसाद ग्रहण करती हैं और व्रत रखती हैं।

तीन दिन चलती है पूजा
तीसरे दिन शाम को भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर पूजा-अर्चना की जाती है और परिवार के लिए सुख-समृद्धि की कामना की जाती है। अगले दिन सुबह सूर्य उदय के साथ भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर प्रसाद ग्रहण किया जाता है। सामान खरीदने के लिए महिलाएं बाजार से सूप, दौरी, फल और मिठाई खरीद रही हैं। बच्चों और परिवार की सलामती के लिए छठ पूजा की जाती है।

फल की दुकान पर उमड़ी भीड़
यह पूजा परिवार की खुशहाली, धन-धान्य और ऐश्वर्य के लिए होती है। बाजारों में सूप, दौरी और फल की दुकानों पर भीड़ देखी जा रही है। यह पूजा चार दिनों की होती है। पहले दिन चना दाल, लौकी और चावल खाए जाते हैं। दूसरे दिन गुड़ का चावल और पराठा खाए जाते हैं। तीसरे दिन निराहार व्रत रहता है। अगले दिन सूर्य भगवान को अर्घ्य देकर पानी पिया जाता है।

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