अयोध्या में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए योगी सरकार ने एक और बड़ी पहल शुरू की है। देश-विदेश से अयोध्या आने वाले भक्तों को श्रीराम के 14 वर्षों के वनवास के दौरान किए गए संघर्षों की गाथा 3डी वीडियो के जरिए दिखाई जा रही है
वर्चुअल रियलिटी डेमो की शुरुआत : 9 मिनट में दिखेगी श्रीराम के 14 वर्षों के संघर्ष की गाथा, दुर्लभ दर्शन केंद्र स्थापित
Nov 07, 2024 20:24
Nov 07, 2024 20:24
- वर्चुअल रियलिटी डेमो की शुरुआत
- दिखेगी श्रीराम के 14 वर्षों के संघर्ष की गाथा
- अभी 10 कैमरों का इंतजाम
वर्चुअल रियलिटी डेमो की शुरुआत
अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर में विराजमान होने के बाद यहां श्रद्धालुओं की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है। इसी क्रम में अब अयोध्या में श्रीराम के जीवन से जुड़ी गाथाओं से लोगों को जोड़ने का काम शुरू किया गया है। अयोध्या विकास प्राधिकरण की ओर से श्रीराम के वन गमन से जुड़े वर्चुअल रियलिटी डेमो की शुरुआत की गई है। यह उसी तरह है जैसे काशी विश्वनाथ और मां वैष्णो देवी भवन में भी ऐसी व्यवस्था है।
9 मिनट में इन स्थानों का दर्शन होगा:
- अयोध्या को एनिमेशन के जरिए दिखाया जाता है
- तमसा नदी
- भरत मिलाप
- लक्ष्मण पहाड़ी
- अनुसुइया माता दर्शन
- दंडकारण्य
- पंचवटी
- धनुषकोडी
- एनिमेशन के जरिए श्रीराम का लंका में सूर्य तिलक दिखाया जाता है
अभी 10 कैमरों का इंतजाम
दुर्लभ दर्शन केंद्र में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। करार के तहत टेक एक्स आर इनोवेशंस कंपनी ने यहां 10 कैमरे लगाए हैं। इसके साथ ही श्रद्धालुओं को एक हेडफोन भी दिया जाता है, जिसकी साउंड क्वालिटी बेहतरीन है। देश-विदेश से बड़ी संख्या में रोजाना भक्त अयोध्या पहुंच रहे हैं। इसे देखते हुए नगर क्षेत्र में और भी दुर्लभ दर्शन केंद्रों की स्थापना प्रस्तावित की गई है।
खास होगा यह 3डी-बेस्ड वर्चुअल टूर
अब अयोध्या समेत आस-पास के प्रमुख धार्मिक स्थलों को वर्चुअल रियलिटी प्लेटफॉर्म के जरिए दर्शन कराने की प्रक्रिया पर जोर दिया जा रहा है। इस पहल में 18 प्रमुख तीर्थस्थलों को वर्चुअल रियलिटी के जरिए जोड़ा जाएगा। इसके लिए शूटिंग पूरी कर ली गई है। इनमें श्रीराम जन्मभूमि मंदिर, हनुमान गढ़ी मंदिर, नागेश्वर नाथ मंदिर, राम की पैड़ी, छोटी देवकाली मंदिर, रंग महल, सूर्य कुंड, भरत कुंड, गुप्तार घाट, बड़ी देवकाली मंदिर, कनक भवन मंदिर और दशरथ महल मंदिर प्रमुख हैं।
हजार से ज्यादा लोगों ने लिया डेमो
बीकानेर से आए विकास तिवारी ने दुर्लभ दर्शन के बाद कहा कि यह एक अद्भुत अनुभव था। अयोध्या आने वाले हर भक्त को रामलला के दर्शन के बाद इसे जरूर देखना चाहिए। अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अश्वनी पांडेय ने बताया कि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यह योजना शुरू की गई है। हालांकि, यह डेमो के तौर पर दिखाई जा रही है, अब तक एक हजार से ज्यादा लोग इसका डेमो ले चुके हैं। अब और केंद्र खोले जाने की योजना है। इसके अलावा, उज्जैन की भस्म आरती, मैहर, वैष्णो देवी, ओंकारेश्वर और भीमाशंकर के धार्मिक स्थलों व कथाओं को भी यहां दिखाने की योजना है।
सरकार को भी मिलेगा राजस्व
सबसे बड़ी बात यह है कि अब देश-विदेश में बैठे भक्त भी इस 3डी डॉक्युमेंट्री का आनंद ले सकेंगे। इसके लिए एक ऐप तैयार किया जाएगा, जिसमें सब्सक्रिप्शन लेने पर वीआर डिवाइस भी मिलेगा। अयोध्या में अभी और दुर्लभ दर्शन केंद्र खोले जाने हैं। दीपोत्सव के दौरान शुरू हुए दुर्लभ केंद्र पर फिलहाल कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है, लेकिन भविष्य में इसके लिए 100 से 150 रुपये का शुल्क लिया जाएगा, जिससे सरकार को राजस्व प्राप्त होगा।
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