बरेली में एंटी करप्शन की टीम लगातार रिश्वतखोर सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। टीम ने पुलिस कर्मी और अन्य विभागों के दर्जन भर से अधिक कर्मचारियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाने का काम किया है।
एंटी करप्शन की टीम का शिकंजा : बरेली में दरोगा को रिश्वत लेते किया गिरफ्तार, एफआईआर दर्ज, जानें मामला...
Jun 16, 2024 01:52
Jun 16, 2024 01:52
मुकदमा खत्म करने के नाम पर दरोगा ने मांगी रिश्वत
बरेली के बहेडी सर्कल के बंजरिया शीशगढ़ चौकी इंचार्ज जितेंद्र सिंह एक मुकदमें की जांच कर रहे थे। यह मुकदमा गाली गलौज, जान से मारने की धमकी का शीशगढ़ थाने में दर्ज है। उसी में दरोगा ने मुकदमे को खत्म करने के लिए 20 हजार की मांग की थी। इस पर पीड़ित हामिद अली ने अपनी परेशानी बताकर 10 हजार रुपये दे दिया, लेकिन दरोगा 10000 रुपये और मांगने लगा। इसी बात को लेकर हामिद ने मामले की शिकायत एंटी करप्शन की टीम से की। शनिवार को पीड़ित हामिद 10 हजार रुपये देने के लिए पहुंच गया। पहले से ही मौजूद एंटी करप्शन की टीम ने दरोगा जितेंद्र को पैसे लेकर रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। इस गिरफ्तारी के बाद जिले के सभी थानों में हड़कंप मच गया है। इस कार्यवही के बाद एंटी करप्शन की टीम ने 10 हजार की रिश्वत लेने के मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में मुकदमा दर्ज कर आरोपी दारोगा को जेल भेजा दिया गाय है।
यह बोले सीओ एंटी करप्शन
एंटी करप्शन के सीओ यशपाल सिंह ने मीडिया को बताया कि हामिद नाम के व्यक्ति ने शिकायत की थी। उसके बाद दरोगा को ट्रैप करने के लिए इंस्पेक्टर सुनील कुमार के नेतृत्व में टीम गठित की। दरोगा ने जैसे ही रुपये लिया। इसके बाद टीम ने जितेंद्र दरोगा को तुरंत पैसे के साथ हिरासत में ले लिया गया है।
प्रेमनगर थाने के दरोगा को भेजा जेल
शहर के प्रेमनगर थाने में धोखाधड़ी के दर्ज मुकदमे से नाम निकालने के बदले प्रेमनगर थाने के दरोगा ने 5 लाख की रिश्वत की मांग की थी। इसमें पीड़ित 50 हजार की पहली किश्त लेकर दरोगा के पास पहुंचा। उसके दरोगा को रिश्वत देते ही एंटी करप्शन टीम ने 50 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। आरोपी दरोगा के खिलाफ कैंट थाने में एंटी करप्शन टीम ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई। मुकदमे की विवेचना करने वाले दरोगा राम अवतार ने मुकदमे से दो नाम निकालने के बदले उन्हें अपने घर नरियावाल पर बुलाया। पांच लाख रुपये रिश्वत देने की रकम तय की गई।इसके बाद 50-50 हजार की किस्तों के रूप में रुपए दिए जाएंगे। पीड़ित ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन के एसपी से की। इस पर एसपी एंटी करप्शन ने ट्रैप करने को टीम तैयार की। बुधवार को 50 हजार की किश्त लेकर जैसे ही पीड़ित पहुंचा। एंटी करप्शन टीम ने दरोगा को गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी दरोगा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।
चार दिन पहले पकड़ा रिश्वतखोर लेखपाल
बरेली की एंटी करप्शन टीम ने सोमवार को एक लेखपाल और उसके साथी को गिरफ्तार किया था। उनके पास से पांच हजार रूपये की रिश्वत की रकम बरामद की। दोनों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।
सीएमओ ऑफिस का बाबू किया था हिरासत में
बरेली मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ऑफिस के प्रशासनिक अधिकारी देवेंद्र सिंह को एंटी करप्शन टीम (भ्रष्टाचार निवारण संगठन) ने 6 जून को 3 हजार रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। आरोपी देवेंद्र सिंह विभाग के ही रिटायर्ड कर्मचारी से मेडिकल क्लेम दिलाने के नाम पर रिश्वत की मांग की थी। यह शिकायतें आरोपी के खिलाफ पहले भी मिल रही थीं। ऐसी शिकायत पीड़ित कर्मचारियों ने एंटी करप्शन टीम से की थी। एंटी करप्शन टीम ने आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए जाल बिछाया था। इसके बाद यह कार्रवाई की। इससे सरकारी विभागों में हड़कंप मच गया। एंटी करप्शन टीम ने आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जेल भेजने की तैयारी में है। बरेली में दर्जन भर से अधिक रिश्वरखोर सरकारी कर्मचारियों को पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
पहले भी पकड़े जा चुके हैं लेखपाल
एंटी करप्शन टीम ने बरेली तहसील के लेखपाल नितेश महेश्वरी को पिछले महीने 17 मई को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। आंवला थाना क्षेत्र के ढाका गांव निवासी आलोक कुमार के एक जमीन के मामले में कोर्ट ने आदेश किया था।कोर्ट के आदेश पर जमीन की पैमाइश होनी थी। मगर, लेखपाल ने 20 हजार रूपये की रिश्वत की मांग की। जिसके चलते एंटी करप्शन टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इससे पहले 29 मार्च को क्षेत्रीय उच्च शिक्षा कार्यालय में तैनात कौशल किशोर सक्सेना को 4 हजार रूपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। उन्होंने कोचिंग खोलने की अनुमति के नाम पर रिश्वत मांगी थी। 5 अप्रैल 2024 को चाइल्डलाइन के कोऑर्डिनेटर को 25 हजार रूपये की रिश्वत लेते टीम ने गिरफ्तार किया था। चाइल्डलाइन के कोऑर्डिनेटर सौरभ गंगवार को 5 हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। इससे पहले 23 दिसंबर 2023 को मीरगंज तहसील के कानूनगो श्यामलाल को 5 हजार रूपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। आरोपी के खिलाफ सीबीगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी।
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