इंजीनियर बाबा ने अपनी प्रेमिका और उनके साथ बिताए समय को लेकर कई बातें साझा कीं। बाबा ने कहा कि उनकी प्रेमिका आईआईटी मुंबई में ही पढ़ती थी, लेकिन अलग ब्रांच में थी।
चर्चा में 'IITian Baba' : महाकुंभ में आए इंजीनियर बाबा ने बताई अपनी लव स्टोरी, बेहद दिलचस्प हैं पूरी कहानी
Jan 17, 2025 15:35
Jan 17, 2025 15:35
बाबा की लव स्टोरी
इंजीनियर बाबा ने अपनी प्रेमिका और उनके साथ बिताए समय को लेकर कई बातें साझा कीं। बाबा ने कहा कि उनकी प्रेमिका आईआईटी मुंबई में ही पढ़ती थी, लेकिन अलग ब्रांच में थी। उनके साथ उनका रिश्ता चार साल तक चला, लेकिन अंत में दोनों ने आपसी सहमति से अलग होने का निर्णय लिया। बाबा ने स्पष्ट किया कि यह रिश्ता मोह से अधिक कुछ नहीं था। उन्होंने प्रेम और मोह के बीच का अंतर समझाते हुए कहा, "मोह अटैचमेंट है, जबकि प्रेम करुणा और समर्पण से जुड़ा होता है। प्रेम कुछ नहीं लेता, जबकि मोह सिर्फ पाने की इच्छा करता है।"
गर्लफ्रेंड की तस्वीर का सच
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों को लेकर बाबा ने स्पष्ट किया कि वह उनकी प्रेमिका की तस्वीर नहीं है। वह सिर्फ उनकी दोस्त हैं, जो आईआईटी में उनके साथ पढ़ती थीं। बाबा ने बताया कि उस लड़की और उसके पति ने उनके जीवन में एक समय पर काफी मदद की थी।
ज्ञान की खोज से आध्यात्मिकता तक का सफर
मसानी गोरख बाबा का कहना है कि उन्होंने अपने जीवन का उद्देश्य खोजने के लिए गहन अध्ययन किया। उन्होंने सुकरात, प्लेटो जैसे महान दार्शनिकों और प्राचीन भारतीय ग्रंथों का मंथन किया। उनका मानना है कि मानसिक स्वास्थ्य और मन की शांति को समझने का सबसे अच्छा माध्यम आध्यात्मिकता है। बाबा ने बताया कि सत्य, शिव और सुंदरता ही असली ज्ञान है। मैं विज्ञान के माध्यम से आध्यात्मिकता को समझने का प्रयास करता हूं।" शिवभक्त मसानी गोरख बाबा योग, ध्यान और प्राचीन सूत्रों के माध्यम से आत्म-ज्ञान की ओर बढ़ रहे हैं। उनके सोशल मीडिया पर लगभग 29,000 फॉलोअर्स हैं, जो उनके पोस्ट और विचारों से प्रेरणा लेते हैं।
इंजीनियर से बाबा बनने का सफर
इंजीनियर बाबा का असली नाम अभय सिंह है, लेकिन उनकी पहचान आईआईटी मुंबई से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले एक ऐसे युवा के रूप में है, जिसने सबकुछ त्यागकर अध्यात्म को अपनाया। एक समय पर वे अपने करियर में बेहद सफल हो सकते थे, लेकिन उन्होंने भौतिक सुख-सुविधाओं को छोड़कर आत्मज्ञान की राह चुनी। बाबा बताते हैं कि उनकी जिंदगी में एक ऐसा समय आया जब उन्हें जिंदगी में कुछ भी करने की इच्छा खत्म होती हुई महसूस हुई। यह वह दौर था जब उन्होंने न केवल अपनी प्रेमिका के साथ रिश्ते को खत्म किया, बल्कि भौतिक मोह से भी खुद को अलग कर लिया।
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