MahaKumbh 2025 : संगम नगरी में साइबेरियन पक्षियों का आगमन, श्रद्धालुओं का विदेशी मेहमान करेंगे स्वागत

संगम नगरी में साइबेरियन पक्षियों का आगमन, श्रद्धालुओं का विदेशी मेहमान करेंगे स्वागत
UPT | संगम के विदेशी मेहमान साइबेरियन बर्ड

Oct 22, 2024 17:24

प्रयागराज में 2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ मेले में विश्वभर से श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने आएंगे। हर साल की तरह इस बार भी विदेशी मेहमानों का आगमन हो चुका है, जो श्रद्धालुओं का स्वागत करने के साथ-साथ आकर्षण का केंद्र भी बनेंगे...

Oct 22, 2024 17:24

Prayagraj News : प्रयागराज में 2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ मेले में विश्वभर से श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने आएंगे। हर साल की तरह इस बार भी विदेशी मेहमानों का आगमन हो चुका है, जो श्रद्धालुओं का स्वागत करने के साथ-साथ आकर्षण का केंद्र भी बनेंगे। इन विदेशी पक्षियों के कलरव से पूरा मेला क्षेत्र गुंजायमान हो गया है। ये पक्षी, जो हजारों किलोमीटर की यात्रा करके हर साल भारत आते हैं, दिसंबर से मार्च के बीच संगम के किनारे नजर आते हैं। प्रयागराज में हर 12 साल में महाकुंभ मेला लगता है, लेकिन यहां गंगा और यमुना के संगम पर हर साल माघ मेला भी आयोजित होता है।

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संगम क्षेत्र में विदेशी मेहमानों का हुआ आगमन
संगम में साइबेरियन पक्षियों का आगमन के साथ प्रयागराज में गुलाबी ठंड ने दस्तक दे दी है। इस दौरान प्रयागराज के संगम क्षेत्र में विदेशी मेहमानों का आगमन हो रहा है। यहां साइबेरियन पक्षियों का आना शुरू हो गया है। सफेद रंग के साइबेरियन पक्षी संगम आने वाले दर्शनार्थियों का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। संगम पर कल-कल करती मां गंगा की धाराओं पर अठखेलियां करते साइबेरियन पक्षी सूर्योदय और सूर्यास्त के साथ ही सफेद दूध से नहाए मोती जैसे प्रतीत होते हैं।



संगम में विदेशी मेहमान आकर्षण के केंद्र
अक्टूबर माह के आखिर में संगम पहुंचने वाले साइबेरियन पक्षी करीब यहां पांच महीने रहते हैं। संगम पहुंचने वाले मेहमान यहीं पर प्रजनन क्रिया करते हैं और अप्रैल के आखिरी तक ये विदेशी पक्षी यहां से विदा लेते हैं। प्रयागराज संगम की रेती पर प्रवासी पक्षी श्रद्धालुओं के आकर्षण का मुख्य केंद्र होते हैं। संगम पर इठलाती लहरों पर नौकायन करने वाले श्रद्धालु बड़े चाव से विदेशी मेहमानों को दाना भी डालते हैं। साथ ही साथ श्रद्धालु इनकी वीडियो और फोटो को अपने मोबाइल और कैमरे में कैद करना नहीं भूलते हैं।

कितने किलोमीटर की करते है यात्रा
साइबेरियन पक्षियों की सैकड़ों ऐसी प्रजातियां हैं जो हर साल अपना घर छोड़कर भारत आते हैं। भारत आने के लिए ये पक्षी लगभग 4000 किलोमीटर से भी ज्यादा लम्बा सफ़र उड़कर पूरा करते हैं। ये पक्षी ताजिकिस्तान, अफगानिस्तान और पाकिस्तान को पार करते हुए भारत पहुंचते हैं। इतना लम्बा सफ़र ये एक समूह में नहीं लाखों के समूह में उड़ते हुए पूरा करते हैं। भारत में भी इनका एक लैंडिंग स्थान तय है। ये पक्षी सबसे पहले महाराष्ट्र के बारामती पहुंचते हैं। यानी अगर सफ़र में कोई पक्षी बाकियों से अलग भी हो गया तो उसे पता है कि उसके साथी उसे बारामती में स्थित बिग बर्ड सेंचुअरी' में मिलते हैं। यहां इकठ्ठा होकर ये पक्षी भारत के कोने-कोने में जाते हैं और पूरी ठंड यहीं बिताते हैं।

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