लोकसभा चुनाव परिणामों के बाद सपा की मजबूत स्थिति को देखते हुए हाजी फजलुर्रहमान ने अपना राजनीतिक भविष्य समाजवादी पार्टी में देखा है।
Haji Fazlur Rahman : सपा की ओर कदम बढ़ाते पूर्व सांसद हाजी फजलुर्रहमान, बसपा से हुआ मोहभंग
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Jun 29, 2024 12:26
Jun 29, 2024 12:26
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फजलुर्रहमान का राजनीतिक सफर
हाजी फजलुर्रहमान का राजनीतिक सफर सहारनपुर नगर पालिका के सभासद के रूप में शुरू हुआ था। 2017 के महापौर चुनाव में उन्होंने बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन विजय हासिल नहीं कर पाए। हालांकि, उनकी राजनीतिक यात्रा यहीं नहीं रुकी। 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा ने उन पर भरोसा जताया और टिकट दिया। इस चुनाव में बसपा, सपा और राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के गठबंधन की मदद से फजलुर्रहमान ने भाजपा के उम्मीदवार राहुल हंसपाल शर्मा को पराजित कर संसद में प्रवेश किया।
फजलुर्रहमान और पार्टी के बीच दरार
लेकिन राजनीति में कुछ भी स्थायी नहीं होता। पिछले साल के महापौर चुनाव में बसपा द्वारा इमरान मसूद के परिवार को टिकट दिए जाने के बाद से हाजी फजलुर्रहमान और पार्टी के बीच दरार पड़नी शुरू हो गई। इस घटना ने उनके मन में बसपा के प्रति मोहभंग की शुरुआत कर दी। मामला यहीं नहीं रुका। लोकसभा चुनाव से पहले बसपा द्वारा माजिद अली को लोकसभा प्रभारी बनाए जाने के बाद फजलुर्रहमान की लोकसभा टिकट पाने की उम्मीदें भी धूमिल हो गईं।
बसपा से मोहभंग की कहानी
इन घटनाओं के बाद से ही हाजी फजलुर्रहमान ने बसपा से धीरे-धीरे दूरी बनानी शुरू कर दी थी। हालांकि दिसंबर 2023 में उनके समाजवादी पार्टी में जाने की अफवाहें उड़ी थीं, लेकिन तब वे किसी कारणवश पार्टी नहीं छोड़ पाए थे। लोकसभा चुनाव के दौरान भी वे बसपा की किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं हुए, जो उनके और पार्टी के बीच बढ़ती दूरी का संकेत था। अब, लोकसभा चुनाव परिणामों के बाद सपा की मजबूत स्थिति को देखते हुए हाजी फजलुर्रहमान ने अपना राजनीतिक भविष्य समाजवादी पार्टी में देखा है। उन्होंने खुद इस बात की पुष्टि करते हुए कहा है कि वे समाजवादी पार्टी में जाने का मन बना चुके हैं और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से बातचीत भी हो चुकी है।
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इस दिन हो सकते है सपा में शामिल
संभावना है कि 2 जुलाई को दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की उपस्थिति में हाजी फजलुर्रहमान औपचारिक रूप से समाजवादी पार्टी में शामिल हो जाएंगे। हालांकि, अंतिम निर्णय 1 जुलाई को होगा कि उनकी पार्टी में शामिल होने की रस्म लखनऊ में होगी या दिल्ली में। इस कदम से न केवल सहारनपुर की राजनीति में बड़ा बदलाव आएगा, बल्कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के राजनीतिक समीकरण भी बदल सकते हैं। हाजी फजलुर्रहमान के समाजवादी पार्टी में शामिल होने से पार्टी को इस क्षेत्र में मजबूती मिलने की उम्मीद है।
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