आगरा में जनकपुरी महोत्सव : तैयारियों के बीच स्थानीय लोगों ने दिखाए काले झंडे, बताया- विकास कार्यों में हो रहा...

UPT | जनकपुरी महोत्सव की तैयारियां

Sep 16, 2024 13:14

आगरा के शाहगंज में आने वाले जनकपुरी महोत्सव की जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं, लेकिन इन तैयारियों के बीच क्षेत्र के कुछ निवासियों ने विकास कार्यों में भेदभाव का आरोप लगाते हुए विरोध जताया है।

Agra News : आगरा के शाहगंज में आने वाले जनकपुरी महोत्सव की जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं, लेकिन इन तैयारियों के बीच क्षेत्र के कुछ निवासियों ने विकास कार्यों में भेदभाव का आरोप लगाते हुए विरोध जताया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर निगम और नगरायुक्त द्वारा विकास कार्यों में अनदेखी की जा रही है, जिसके चलते उनके क्षेत्र में आवश्यक सुविधाएं अब तक मुहैया नहीं कराई गई हैं। इसके विरोध में लोगों ने अपने घरों के सामने काले झंडे लगाकर अपनी नाराजगी व्यक्त की है।

क्षेत्र में भेदभाव के आरोप
शाहगंज के निवासियों का आरोप है कि उनके क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं जैसे स्ट्रीट लाइट्स और सड़क मरम्मत की अनदेखी की जा रही है। जहां एक ओर शहर के अन्य इलाकों में तेजी से विकास कार्य किए जा रहे हैं, वहीं शाहगंज के कुछ हिस्सों को नजरअंदाज किया जा रहा है। खासतौर पर, लाडली कटरा क्षेत्र में रहने वाले निवासियों का कहना है कि उनके इलाके में अभी तक एक भी स्ट्रीट लाइट नहीं लगाई गई है, जबकि कोठी मीना बाजार से कई किलोमीटर दूर स्थित इलाकों में विकास कार्य हो रहे हैं। इससे लोगों में भारी असंतोष है।

काले झंडे लगाकर विरोध
आक्रोशित निवासियों ने अपने-अपने घरों के सामने काले झंडे लगाकर विरोध जताया है। अशोक शर्मा, श्रवण सक्सेना, श्याम सुंदर शर्मा, विश्वनाथ शर्मा, अनिल झा, और संदीप बंसल सहित कई निवासियों ने बताया कि उनके इलाके में लगभग 250 लोगों की आबादी रहती है और यहां बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है। 30 से अधिक घरों में काले झंडे लगाए गए हैं ताकि वे प्रशासन तक अपनी नाराजगी पहुंचा सकें। स्थानीय लोगों का कहना है कि कोठी मीना बाजार मैदान के सामने का इलाका होने के बावजूद भी उनके क्षेत्र में कोई विकास कार्य नहीं हुआ है।

जनकपुरी महोत्सव की तैयारियां
शाहगंज में पहली बार आयोजित हो रहे जनकपुरी महोत्सव की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। यह महोत्सव पांच दिनों तक चलेगा, जिसकी शुरुआत 27 सितंबर को हल्दी की रस्म से होगी और समापन 2 अक्टूबर को भजन संध्या और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ होगा। महोत्सव के आयोजन के लिए जनकमहल का निर्माण भी शुरू हो चुका है और इसके लिए 6 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण किया गया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि महोत्सव की तैयारियों के नाम पर दूरस्थ क्षेत्रों में तेजी से विकास हो रहा है, जबकि उनके इलाके को नजरअंदाज किया जा रहा है।

प्रशासन से उम्मीद
स्थानीय निवासियों को उम्मीद है कि उनके विरोध के बाद नगर निगम और नगरायुक्त इस समस्या पर ध्यान देंगे और क्षेत्र में लंबित विकास कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करेंगे। उनका कहना है कि महोत्सव के दौरान शाहगंज के सभी हिस्सों में समान रूप से सुविधाएं मुहैया कराई जानी चाहिए ताकि क्षेत्र की समग्र प्रगति हो सके।

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