वृंदावन में धर्म संसद में 6 प्रस्ताव पास : ईदगाह में नमाज पर रोक का प्रस्ताव, ईदगाह के सर्वे की मांग का प्रपोजल पास

UPT | धर्म संसद में एकत्रित संत

Nov 21, 2024 23:41

गुरुवार को श्री कृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित धर्म संसद में देशभर से आए साधु-संतों और धर्माचार्यों ने 6 महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए।

Mathura News : गुरुवार को श्री कृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित धर्म संसद में देशभर से आए साधु-संतों और धर्माचार्यों ने 6 महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए। यह धर्म संसद श्री कृष्ण साधक ट्रस्ट के सभागार में आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता पीपा पीठाधीश्वर बाबा बलराम दास महाराज ने की। धर्म संसद की शुरुआत भगवान लड्डू गोपाल के समक्ष दीप प्रज्वलन से की गई। इस दौरान मौजूद साधु-संतों और धर्माचार्यों ने समाज, धर्म और संस्कृति से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की और विभिन्न प्रस्तावों को पारित किया। धर्म संसद में पारित इन प्रस्तावों को केंद्र सरकार के पास भेजने का निर्णय लिया गया है।

ब्रज मंडल को तीर्थ स्थल घोषित करने की मांग
अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बिहारी लाल वशिष्ठ ने धर्म संसद में प्रस्ताव रखते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार संपूर्ण ब्रज मंडल को एक आधिकारिक तीर्थ स्थल घोषित करे। इसके साथ ही इस क्षेत्र में अंडा, मांस, और मदिरा की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है, ताकि धार्मिक और सांस्कृतिक महत्त्व को संरक्षित किया जा सके।

NRC और अन्य कानूनों को लागू करने की मांग
संत स्वामी रमेशानंद गिरी ने धर्म संसद में NRC कानून, समान शिक्षा कानून, जनसंख्या नियंत्रण कानून और लव जिहाद नियंत्रण कानून को तत्काल प्रभाव से लागू करने की मांग उठाई। उनका कहना था कि इन कानूनों का क्रियान्वयन सामाजिक समरसता और धार्मिक शुद्धता के लिए आवश्यक है।

शाही ईदगाह पर पुरातात्विक सर्वे की मांग
धर्म संसद में छगन दास राठौर ने प्रस्ताव रखा कि मथुरा में स्थित शाही ईदगाह का पुरातात्विक सर्वेक्षण किया जाए और वहां नमाज अदा करने पर तत्काल रोक लगाई जाए। इसके साथ ही, शाही ईदगाह और मीना मस्जिद को हटाने की मांग भी रखी गई।



गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा देने की मांग
पीपा द्वाराचार्य बाबा बलराम दास महाराज ने गौ माता की महत्ता पर जोर देते हुए प्रस्ताव रखा कि गौ माता को राष्ट्र माता घोषित किया जाए। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार से भी अपील की कि गौ माता को महाराष्ट्र सरकार की तरह राज्य माता का दर्जा दिया जाए, जिससे गौवंश की सुरक्षा और संरक्षण सुनिश्चित हो सके।

साधु-संतों की व्यापक भागीदारी
श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास ट्रस्ट के अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने जानकारी दी कि धर्म संसद में मथुरा-वृंदावन समेत देशभर से साधु-संतों ने हिस्सा लिया। धर्म संसद में पारित सभी 6 प्रस्ताव ध्वनि मत से स्वीकृत किए गए और इन्हें केंद्र सरकार को भेजने का निर्णय लिया गया है। धर्म संसद का संचालन आचार्य बद्रीश ने किया।

प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजे जाएंगे
धर्म संसद में पारित सभी प्रस्तावों को जल्द ही केंद्र सरकार को भेजा जाएगा, ताकि इन पर उचित विचार किया जा सके। साधु-संतों ने कहा कि यह प्रस्ताव भारतीय संस्कृति, धार्मिक स्थलों और समाज के संरक्षण के लिए अहम हैं और इनके क्रियान्वयन से देश की धार्मिक एकता और अखंडता को मजबूती मिलेगी।

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