अलविदा-2024 : विवादों के बीच आगरा मेट्रो ने शुरू किया दूसरे कॉरिडोर का काम, इस साल 15 लाख लोगों ने किया सफर

UPT | मेट्रो ने शुरू किया दूसरे कॉरिडोर का काम।

Dec 30, 2024 23:58

वैश्विक पर्यटन नगरी आगरा, वही आगरा जिसमें ताजमहल बसा करता है। इसी ताजमहल के दीदार के लिए भारत के कोने-कोने से ही नहीं बल्कि दुनिया भर....

Agra News : वैश्विक पर्यटन नगरी आगरा, वही आगरा जिसमें ताजमहल बसा करता है। इसी ताजमहल के दीदार के लिए भारत के कोने-कोने से ही नहीं बल्कि दुनिया भर के सैलानी यहां पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में पहुंचते हैं। इन सभी देसी और विदेशी पर्यटकों को अधिक से अधिक सुविधाएं मुहैया कराने के लिए केंद्र के साथ-साथ राज्य सरकार दृढ़ संकल्पित दिखाई देती है। सैलानियों को आगरा में आवागमन के दौरान कोई परेशानी न हो उनको वैश्विक स्तरीय सुविधाएं मिलें इसके लिए आगरा में मेट्रो की शुरुआत की गई थी।   
  इस साल 15 लाख लोगों ने किया सफर अब जब वर्ष 2024 समापन की ओर है और सभी नववर्ष 2025 के स्वागत की तैयारी कर रहे हैं तो आगरा मेट्रो का जिक्र ना हो यह संभव नहीं। मेट्रो आगरा में लगातार नए इतिहास रच रही है और गढ़ रही है। मेट्रो के लिए वर्ष 2024 यात्री सुविधा और संतुष्टि के लिए बेहद सफल और संतुष्टि से भरा रहा। 2024 का नया साल शुरु होते ही आगरा मेट्रो यात्री सेवाओं की शुरआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा 6 मार्च को की थी, इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगरा में ही मौजूद थे। मेट्रो ने इस साल 15 लाख लोगों ने सफर किया है, जो कि एक रिकॉर्ड है। 
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  आगरा मेट्रो के यात्री यूपीएमआरसी के परिवार का हिस्सा हैं, यात्रियों की सुविधा और मनोरंजन के लिए स्टेशनों पर वर्षभर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया साथ ही स्कूल कॉलेजों और दफ्तरों में मेट्रो जागरुकता सत्र का भी आयोजन किया गया।
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  साल भर में कितनी चली आगरा मेट्रो ? ताज ईस्ट गेट से मनकामेश्वर मेट्रो स्टेशन के बीच 6 किमी लंबे ट्रैक पर मेट्रो यात्री सेवा दे रही है। यात्रियों को हर 5 मिनट में ट्रेन उपलब्ध कराने के लिए इस ट्रैक पर 5 से 6 ट्रेन सेट दौड़ाए जाते हैं। पूरे साल में आगरा मेट्रो ने करीब 4.8 लाख किलोमीटर का सफर तय कर यात्रियों को सुरक्षित एवं सुकून भरी यात्राएं उपलब्ध कराईं।      कालिंदी विहार कॉरिडोर पर काम शुरू आगरा कैंट से कालिंदी विहार के बीच लगभग 16 किलोमीटर लंबा दूसरा कॉरिडोर बनना प्रस्तावित है, जिसपर सिविल कार्य शुरू हो चुका है। इसी के साथ प्रथम कॉरिडोर के बैलेंस सेक्शन (मेडिकल कॉलेज - सिकंदरा) पर भी काम तेज़ी से प्रगति कर रहा है, जिसमे टनल निर्माण एवं स्टेशन निर्माण का कार्य तेज़ी से पूरा किया जा रहा है एवं अगले वर्ष आरबीएस कॉलेज मेट्रो स्टेशन तक मेट्रो संचालन किए जाने का लक्ष्य तय किया गया है ।   नए वर्ष के उपलक्ष्य पर यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने कहा कि आगरा मेट्रो हर साल अपनी सेवाओं को बेहतर कर यात्रियों को एक विश्वस्तरीय, सुरक्षित एवं आरामदेह सफर देने का प्रयत्न करेगी। उन्होंने कहा कि “हम यात्रियों के प्रति और उनके निरंतर विश्वास के लिए उनके आभारी हैं। यूपीएमआरसी की पूरी टीम की ओर से, मैं आगरा के सभी लोगों को नए साल की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। “
बदनाम करने का भरपूर प्रयास यहां बताना आवश्यक है कि जहां एक तरफ मेट्रो नहीं इतिहास गढ़ रही है तो वहीं पिछले दो-तीन महीने से मेट्रो कुछ अधिक ही सुर्खियों में है। ताजमहल पूर्वी गेट से शुरू हुआ पहले कॉरिडोर, आगरा के सिकंदरा तक पहुंचता है। पहले कॉरिडोर के दूसरे चरण के लिए मनकामेश्वर मेट्रो स्टेशन से अंडरग्राउंड मेट्रो लाइन का कार्य शुरू किया गया। यह लाइन कामेश्वर मेट्रो स्टेशन से शुरू होकर राजा मंडी, एसएन मेडिकल कॉलेज खंदारी होते हुए सिकंदरा पर पहुंचेगी। मेट्रो ने बीते दिनों एसएन मेडिकल कॉलेज में अंडरग्राउंड काम की शुरुआत की थी, वहां के सटे हुए मोती कटरा और जत्ती कटरा बेहद पुराना क्षेत्र है। मेट्रो का अंडरग्राउंड कार्य होने के चलते टीवीएम मशीन के वाइब्रेशन से यहां के दर्जनों मकान में दरारें आ गई। फिर क्या था इस पर बवाल मच गया। मेट्रो को लेकर राजनीति से होने लगी, एक तरफ मेट्रो एक अध्याय लेते हुए आगे बढ़ रही थी तो वहीं दूसरे छोर पर आज भी मोती कटरा मुद्दे को सुलझाने के प्रयासों में जुटी हुई है। मेट्रो को बदनाम करने का भरपूर प्रयास किया गया लेकिन मेट्रो के प्रबंधन ने बड़ी सूझबूझ से इस विवाद को ख़त्म करने का प्रयास किया है। 
लोगों को जाम के जाम से जूझना नहीं पड़ेगा  मोती कटरा विवाद में उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय लगातार नजर बनाए हुए हैं। मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी और डीएम अरविंद मलाप्पा बंगारी भी यहां का कई बार निरीक्षण कर चुके हैं और लोगों को अस्वस्थ कर चुके हैं कि उनकी समस्याओं का शत प्रतिशत निराकरण किया जाएगा। कुल मिलाकर 2024 आगरा के लिए मेट्रो के लिहाज से ऐतिहासिक रहा। उम्मीद की जा रही है कि 2026 तक पूरे शहर में मेट्रो का विस्तार कर लोगों को जाम के जाम से जूझना नहीं पड़ेगा क्योंकि तब तक मेट्रो का नेटवर्क हर क्षेत्र में पहुंच चुका होगा। 

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