स्टेशनों पर 12 मीटर चौड़ा पाथवे : कैंट और राजा मंडी स्टेशनों का होगा नवीनीकरण, यात्रियों को मिलेगी सहूलियत 

UPT | कैंट और राजा मंडी स्टेशनों का होगा नवीनीकरण

Feb 02, 2024 14:41

कैंट रेलवे स्टेशन से हर दिन तक़रीबन 350 ट्रेनें गुजरती हैं और लगभग 25 हजार से अधिक यात्री सफर करते हैं। ऐसे में इसका सुरक्षित होना जनता की दिक्कतों को कम करने जैसा है।

Agra News: आगरा कैंट और राजा की मंडी स्टेशनों का कायाकल्प होने जा रहा है। दोनों स्टेशनों पर 12 मीटर चौड़ा पाथवे बनाया जाएगा। कैंट रेलवे स्टेशन से हर दिन तक़रीबन 350 ट्रेनें गुजरती हैं और लगभग 25 हजार से अधिक यात्री सफर करते हैं। ऐसे में इसका सुरक्षित होना जनता की दिक्कतों को कम करने जैसा है। बता दें, इस स्टेशन के बाहर एलिवेटेड मेट्रो स्टेशन होगा। कैंट मेट्रो स्टेशन भूमि से आठ से नौ मीटर की ऊंचाई पर होगा।

पाथवे से होते हुए मेट्रो स्टेशन पहुंच सकेंगे यात्री
कैंट स्टेशनों के पुनर्निर्मित होने से यात्री सीधे मेट्रो स्टेशनों पर पहुंच सकेंगे। दिव्यांग यात्रियों के लिए व्हील चेयर सहित अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी। मेट्रो स्टेशनों का निर्माण पूरा होते ही पाथवे का निर्माण शुरू होगा। मेट्रो स्टेशन से फुट ओवर ब्रिज को जोड़ने के लिए पाथवे बनाया जाएगा, जिससे प्लेटफॉर्म से बाहर निकलते ही यात्री पाथवे से होते हुए मेट्रो स्टेशन जा सकेंगे। वहीं, राजा की मंडी रेलवे स्टेशन के बाहर भूमिगत मेट्रो स्टेशन बन रहा है। मेट्रो स्टेशन से प्लेटफॉर्म तक पाथवे बनाया जाएगा। स्टेशनों का सुंदरीकरण होगा। एक मंजिल का निर्माण और होगा।

पाथवे से यात्रियों को होगी सहूलियत
रिपोर्ट के मुताबिक कैंट और राजा की मंडी रेलवे स्टेशनों पर पाथवे बनने से यात्रियों को सहूलियत रहेगी। कैंट मेट्रो स्टेशन दूसरे कॉरिडोर और राजा की मंडी मेट्रो स्टेशन पहले कॉरिडोर में होगा। ये दोनों ही कॉरिडोर आगरा कॉलेज मेट्रो स्टेशन पर आपस में मिलेंगे। 

कवच प्रणाली से लैस होगा मथुरा-आगरा-झांसी रेल खंड
ट्रेनों की गति बढ़ाने के साथ ही रेल बजट में यात्रियों की सुरक्षा का खास ख़्याल रखा जायेगा। मथुरा-आगरा-झांसी रेल खंड को ट्रेन कोलिजन बचाव प्रणाली जिसे टीसीएएस कहा जाता है, से लैस किया जाएगा। इस प्रणाली में पटरी और इंजन में रेडियो फ्रीक्वेंसी डिवाइस लगेगी। ट्रेनों के टकराने की घटनाओं पर अंकुश लगेगा। बता दें, पलवल से वृंदावन तक 82 किमी में कवच प्रणाली का ट्रायल भी किया जा रहा है। अब तक 140 और 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से इंजन को दौड़ाया जा चुका है। इतना ही नहीं आगरा रेल मंडल में अमृत योजना के तहत 15 स्टेशनों का पुनर्निर्माण हो रहा है। इसमें कोसीकलां सहित अन्य स्टेशनों की नई बिल्डिंग बन रही है। सात स्टेशनों में फुटओवर ब्रिज का निर्माण होगा।

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