Agra News : 35 साल पहले से खरीदी दुकान पर भेजा 4.78 लाख का बिजली बिल, पीड़ित की नींद उड़ी...

UPT | 35 साल पहले से खरीदी दुकान पर भेजा 4.78 लाख का बिजली बिल।

Jan 04, 2025 17:07

दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम ने आगरा के उपभोक्ताओं को चकरघिन्नी बना दिया है। कभी कहा जाता है कि आप दक्षिणांचल के सिकंदरा स्थित कार्यालय पर जाएं तो कभी कहा जाता है कि बिजलीघर पहुंचे। बिजलीघर पहुंचने पर कहा जाता है कि आप...

Agra News : दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम ने आगरा के उपभोक्ताओं को चकरघिन्नी बना दिया है। कभी कहा जाता है कि आप दक्षिणांचल के सिकंदरा स्थित कार्यालय पर जाएं तो कभी कहा जाता है कि बिजलीघर पहुंचे। बिजलीघर पहुंचने पर कहा जाता है कि आप टोरंट ऑफिस जाएं। ऐसे तमाम मामले उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के पुराने उपभोक्ताओं को देखने को मिल रहे हैं। हम पुराने उपभोक्ता इसलिए कह रहे हैं क्योंकि पिछले 14/15 वर्षों से शहर में टोरंट पॉवर द्वारा बिजली की सप्लाई की जा रही है। दक्षिणांचल का एक ऐसा ही प्रकरण उत्तर प्रदेश टाइम्स के सामने आया है। जब यूपी टाइम्स की टीम पीड़ित के पास पहुंची तो उसका गुस्सा बिजली कंपनी पर फूट पड़ा। 

पहले भी आए हैं ऐसे मामले
बीते कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन द्वारा आगरा जनपद के उपभोक्ताओं को ताबड़तोड़ बिजली के बिल भेजे जा रहे हैं। ऐसे बिल हैं, जिनका संबंध व्यक्ति से किसी भी तरीके से नहीं है। उत्तर प्रदेश टाइम्स ऐसे पीड़ित उपभोक्ताओं की आवाज़ को पहले भी उठा चुका है। जिसका असर भी देखने को मिला। खबर प्रसारित होने के बाद दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम द्वारा भेजे गए उल्टे सीधे बिलों से संबंधित उपभोक्ताओं की समस्या के निराकरण के आदेश दिए गए थे। 

ये है पूरा मामला
एक बार फिर एक ऐसा ही प्रकरण आया है, जिसमें अजीत नगर के रहने वाले जगदीप सिंह को DVVNL द्वारा 4,78,013 रुपये का बिल भेजा गया है। बिल देखकर पीड़ित की रात की नींद और दिन का चैन गायब हो गया है। पीड़ित एक व्यापारी है, उनके व्यापार में भी परेशानी आ रही है, क्योंकि उनका ध्यान दक्षिणांचल के बिजली के बिल को भरने में ही लगा हुआ है। जगदीप ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए बताया कि यह मेरे साथ ही नहीं, बल्कि अन्य लोगों के साथ भी दक्षिणांचल द्वारा किया गया है। उन्होंने कहा कि यह शॉप 1989 में खरीदी थी, तभी से मैं नियमित रूप से बिजली का बिल भर रहा हूं। लेकिन, बीते दिनों दक्षिणांचल का एक नोटिस मिला, जिसके बाद मैं और मेरा परिवार परेशान हैं। जबकि मेरे इस दुकान के बरसों पहले चार हिस्से हो चुके हैं। सभी के बिजली का बिल मुझे भेज दिया गया है। 
कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग
पीड़ित जगदीप ने बताया कि जब 1989 से मैं लगातार बिजली के बिल जमा कर रहा हूं, और टोरंट द्वारा भेजे जा रहे बिल में भी बकाया शून्य दर्शाया जा रहा है। बावजूद इसके दक्षिणांचल द्वारा मुझे 4 लाख 78 हजार से अधिक का बिजली का बिल भेजा गया है। यह सरासर प्रताड़ित करने का काम किया जा रहा है। पीड़ित ने कहा कि हम उत्तर प्रदेश सरकार से आग्रह करते हैं कि हम जैसे लोगों को प्रताड़ित न किया जाए और ऐसे कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए, जो आम जनता को परेशान कर रहे हैं। 

Also Read