चौपाटी को लेकर तकरार : ओवरब्रिज के नीचे काफी देर तक हंगामा, एनएचएआई के अधिकारियों के साथ मारपीट की कोशिश

UPT | चौपाटी को लेकर आमने-सामने आए नगर पालिका और एनएचएआई के अधिकारी।

Oct 03, 2024 19:45

शिकोहाबाद ओवरब्रिज के नीचे बन रही चौपाटी को लेकर एनएचएआई और नगरपालिका के अधिकारियों के बीच जमकर तकरार हुई। इस विवाद ने इतना तूल पकड़ा कि ओवरब्रिज के नीचे काफी देर तक हंगामा चलता रहा।

Firozabad News : फिरोजाबाद के शिकोहाबाद ओवरब्रिज के नीचे बन रही चौपाटी को लेकर गुरुवार को एनएचएआई (नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) और नगरपालिका के अधिकारियों के बीच जमकर तकरार हुई। इस विवाद ने इतना तूल पकड़ा कि ओवरब्रिज के नीचे काफी देर तक हंगामा चलता रहा। इसी दौरान एक व्यक्ति ने एनएचएआई के अधिकारियों के साथ गाली-गलौज करते हुए मारपीट करने की भी कोशिश की, जिससे माहौल और गर्म हो गया। 

अवैध निर्माण के खिलाफ सख्त कदम उठाने की बात कही
मामला तब बढ़ा जब एनएचएआई के अधिकारियों ने अवैध निर्माण के खिलाफ सख्त कदम उठाने की बात कही। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सात दिनों के भीतर इस अवैध चौपाटी को नहीं हटाया गया, तो एनएचएआई इसे खुद हटवाएगी। इसके बाद एनएचएआई के अधिकारी आगरा के लिए रवाना हो गए। 

 दरअसल, शिकोहाबाद ओवरब्रिज के नीचे एक ब्लॉक को उच्चाधिकारियों के निर्देश पर नगर पालिका से कहा गया था कि चौराहे का सौंदर्यीकरण किया जाए। कुछ महीने पहले, नगरपालिका ने इस ब्लॉक का जिम्मा सुभाष तिराहा स्थित एक होटल मालिक को सौंप दिया था, लेकिन होटल मालिक ने वहां चौपाटी का निर्माण शुरू कर दिया, जिसे एनएचएआई ने अवैध करार देते हुए नगरपालिका को नोटिस भेजा था। 

गुरुवार को एनएचएआई की पार्थ कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर मुकेश तिवारी और इंडियन रोड बिल्ड (आईआरबी) के ओमप्रकाश मीणा सहित अन्य कर्मचारी शिकोहाबाद पहुंचे। उनके पहुंचते ही नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी सुरेंद्र प्रताप सिंह, पालिकाध्यक्ष प्रतिनिधि राजीव गुप्ता और कुछ अन्य पार्षद भी वहां आ गए। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच बहसबाजी शुरू हो
गई।

 अवैध रूप से बनाई जा रही चौपाटी का विरोध कर रहे एनएचएआई के अधिकारी 
एनएचएआई के अधिकारी अवैध रूप से बनाई जा रही चौपाटी का विरोध कर रहे थे, जबकि अधिशासी अधिकारी सुरेंद्र प्रताप सिंह का कहना था कि कमिश्नर और डीएम के आदेश पर यह चौपाटी खुलवाई जा रही है। दोनों पक्षों के बीच लंबे समय तक विवाद चलता रहा, जिसके चलते वहां पर भीड़ इकट्ठा हो गई। अंततः एनएचएआई के अधिकारियों ने सात दिन का समय देकर अवैध चौपाटी को हटाने की चेतावनी दी और वे आगरा के लिए रवाना हो गए। यह मामला अभी गर्माया हुआ है, और आगामी दिनों में देखना होगा कि इस पर क्या कार्रवाई की जाएगी। 

Also Read