आगरा मेट्रो के काम में तेजी : दूसरे कॉरिडोर का निर्माण कार्य शुरू, हाईवे की दो लेन होंगी बंद

UPT | Symbolic Image

Dec 21, 2024 13:38

उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन ने दूसरे कॉरिडोर के निर्माण कार्य को गति दे दी है, वहीं वर्ष 2027 तक मेट्रो के पहले और दूसरे कॉरिडोर का कार्य पूरा करने का लक्ष्य है। इसके साथ ही, गुरु के ताल से सिकंदरा तक हाईवे के मध्य में आठ मीटर चौड़ी बैरिकेडिंग की जाएगी।

Short Highlights
  • आगरा मेट्रो का दूसरा कॉरिडोर आगरा कैंट से कालिंदी विहार तक बनेगा
  • यातायात पुलिस एक नया यातायात प्लान तैयार करेगी
  • 2027 तक होगा पूरा करके का लक्ष्य
     
Agra news :  उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन ने दूसरे कॉरिडोर के निर्माण कार्य को गति दे दी है, वहीं वर्ष 2027 तक मेट्रो के पहले और दूसरे कॉरिडोर का कार्य पूरा करने का लक्ष्य है। इसके साथ ही, गुरु के ताल से सिकंदरा तक हाईवे के मध्य में आठ मीटर चौड़ी बैरिकेडिंग की जाएगी। जाम की स्थिति में भारी वाहनों को सर्विस रोड से चलाने के लिए रेलिंग तोड़ी जा सकती है, और इसके लिए यातायात पुलिस एक नया यातायात प्लान तैयार करेगी।

2027 तक होगा पूरा करके का लक्ष्य
प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरविंद राय ने बताया कि आगरा मेट्रो का दूसरा कॉरिडोर आगरा कैंट से कालिंदी विहार तक बनेगा, जिसकी कुल दूरी करीब 15 किलोमीटर है और इसमें 14 स्टेशन होंगे। यह पूरा ट्रैक एलिवेटेड होगा। दूसरे कॉरिडोर के निर्माण के लिए सदर क्षेत्र में पाइल लगाने का कार्य शुरू कर दिया गया है, जिसकी गहराई 27 मीटर है। अब तक चार पाइल लगाए जा चुके हैं, जिन पर पिलर स्थापित किए जाएंगे। 14 स्टेशनों का निर्माण 2027 तक पूरा कर लिया जाएगा।


जाम से बचने के लिए सर्विस रोड से गुजरेंगे वाहन
यातायात पुलिस, उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) और नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) के अधिकारियों ने हाल ही में सर्वे किया है। यूपीएमआरसी के उप महाप्रबंधक पंचानन मिश्रा ने बताया कि पहले कॉरिडोर का आईएसबीटी स्टेशन सर्विस रोड से गुजरेगा और गुरु के ताल पर आकर ट्रैक हाईवे के मध्य से जाएगा। इसके लिए डिवाइडर के दोनों ओर 4-4 मीटर पर बैरिकेडिंग की जाएगी, जिससे दोनों ओर की एक-एक लेन बंद हो जाएंगी। यदि जाम की स्थिति बनती है, तो रास्ते को चौड़ा करने के लिए रेलिंग हटा कर सर्विस रोड को जोड़ने की योजना है, जिससे वाहनों का संचालन सुगम होगा। महीने के अंत तक यातायात प्लान तैयार हो जाएगा और जनवरी में हाईवे पर बैरिकेडिंग का काम शुरू कर दिया जाएगा।

नए सिरे से लगेंगे खंभे
एनएचएआई के घटना प्रबंधक आवेश खान ने बताया कि एलिवेटेड ट्रैक बनाने से पहले पूरे ट्रैक की वीडियोग्राफी की गई थी। इसमें खंभे, फुटओवर ब्रिज, डिवाइडर और अन्य जो चीजें हटाई जाएंगी, उन्हें ट्रैक बनने के बाद नए सिरे से स्थापित किया जाएगा, और यह कार्य यूपीएमआरसी द्वारा किया जाएगा। बैरिकेडिंग के लिए फिलहाल किसी कट को बंद करने की आवश्यकता नहीं बताई गई है।

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