छात्रवृत्ति : संस्कृत भाषा, संस्कृति के संरक्षण और छात्रों की आर्थिक मदद, छात्रों ने वाराणसी से प्रसारित मुख्यमंत्री का लाइव प्रसारण भी देखा 

UPT | आर्य गुरुकुल महाविद्यालय में छात्रवृत्ति वितरण कार्यक्रम में मौजूद अतिथि।

Oct 27, 2024 19:48

आर्य गुरुकुल महाविद्यालय सिरसागंज में जिला फिरोजाबाद के संस्कृत विद्यालयों का छात्रवृत्ति वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री की ओर से संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी में आयोजित छात्रवृत्ति कार्यक्रम का लाइव प्रसारण भी दिखाया गया।

Firozabad News : आर्य गुरुकुल महाविद्यालय सिरसागंज में जिला फिरोजाबाद के संस्कृत विद्यालयों का छात्रवृत्ति वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री की ओर से संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी में आयोजित छात्रवृत्ति कार्यक्रम का लाइव प्रसारण भी दिखाया गया,जिसे सभी ने देखा। इस कार्यक्रम में फिरोजाबाद के तीन प्रमुख संस्कृत विद्यालयों—गंगेश्वर संस्कृत पाठशाला शिकोहाबाद, हनुमान संस्कृत महाविद्यालय फिरोजाबाद, और आर्य गुरुकुल महाविद्यालय सिरसागंज ने भाग लिया।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया
कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला विद्यालय निरीक्षक धीरेन्द्र कुमार ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में अतुल प्रताप सिंह मौजूद रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में नगर की चेयरमैन रंजना सिंह की उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया, जिसमें विद्यालय के उप प्रबंधक श्री ज्ञानेंद्र सिंह, वेदपाल शास्त्री, अशोक तिवारी, रामप्रकाश शर्मा, सुमित चंदेल, नितिन सिंह, दीपक चौहान, विकास चंदेल, आशीष कुमार, और जगवीर शामिल थे।

छात्रवृत्ति प्रदान कर संस्कृत शिक्षा के महत्व पर चर्चा की
कार्यक्रम के दौरान, छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान की गई और संस्कृत शिक्षा के महत्व पर चर्चा की गई। इस मौके पर विद्यालय के प्राचार्य सत्यकाम सिंह तोमर ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और कार्यक्रम का संचालन किया। उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान देने वाले सभी लोगों का आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य संस्कृत भाषा और संस्कृति के संरक्षण के साथ-साथ छात्रों को आर्थिक सहायता प्रदान करना था, जिससे वे अपनी शिक्षा में और आगे बढ़ सकें। मुख्यमंत्री द्वारा वाराणसी से लाइव प्रसारण के माध्यम से दिए गए संदेश ने छात्रों और उपस्थित जनसमूह में जोश भर दिया। कार्यक्रम के समापन पर छात्रों और शिक्षकों ने संस्कृत शिक्षा के प्रचार-प्रसार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत करने का संकल्प लिया।

इस तरह के आयोजन न केवल छात्रों को आर्थिक सहायता प्रदान करते हैं बल्कि संस्कृत शिक्षा की महत्ता को भी पुनः स्थापित करते हैं, जिससे आने वाली पीढ़ियां भी इस समृद्ध विरासत से जुड़ी रह सकें। 


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