वृंदावन में शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद : बोले- पीएम मोदी के दो चेहरे, गौवध पर कानून बनाए सरकार

UPT | शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद

Oct 27, 2024 18:39

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने वृंदावन में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो चेहरे सामने आए हैं। एक तरफ, उन्होंने अपने घर में गाय की पूजा की...

Mathura News : ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती रविवार को गौ ध्वज स्थापना भारत यात्रा के तहत मथुरा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने बांके बिहारी का दर्शन और पूजन किया। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने वृंदावन में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो चेहरे सामने आए हैं। एक तरफ, उन्होंने अपने घर में गाय की पूजा की, उसे शॉल ओढ़ाई और उसकी आरती की। लेकिन दूसरी ओर, आंकड़ों से पता चलता है कि भारत गाय के मांस के निर्यात में विश्व में दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। सरकार को गौवध पर कानून बनाने की आवश्यकता है।

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सरकार को गौवध और गोमांस पर प्रतिबंध लगाना चाहिए
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि यह देश गौ भक्तों का देश है। सदियों से गायों की पूजा की जाती रही है और इसे मां का दर्जा दिया गया है। वेदों और शास्त्रों में भी गाय के सम्मान का उल्लेख है। प्रमाणित है कि भारतीय लोग गाय को अपने प्राणों से भी अधिक प्रिय मानते थे। लेकिन अब देश में गायों की संख्या तेजी से घट रही है। 2019 में गौ वंश की अंतिम गिनती में 17 करोड़ गायों की संख्या बताई गई थी, लेकिन उनमें से केवल 1 से 2 करोड़ गायें ही पंचगव्य बनाने के योग्य हैं, जो 33 करोड़ देवताओं की प्रिय हैं। आज के समय में इन गायों पर हर दिन अत्याचार हो रहा है। उनका मांस बेचने और खाने के लिए हत्या की जा रही है। भारत की सरकार इस प्रथा को बढ़ावा दे रही है। इसलिए, गौवध और गोमांस पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।



योगी सरकार पर साधा निशाना
अविमुक्तेश्वरानंद ने 'बंटेंगे तो कटेंगे' वाले बयान पर योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आप कहते हैं बंटेंगे तो कटेंगे। 'बंटेंगे' में जो क्रिया का प्रयोग किया जा रहा है, वह भविष्य की क्रिया है, जिसका मतलब है कि अभी हम बंटे नहीं हैं, बल्कि एक हैं। जब हम एक हैं, तो बंटने का कोई कारण क्या है? देश में एकता होनी चाहिए। सरकार से यह सवाल किया जाना चाहिए कि देश में एकता स्थापित करने के लिए आपके पास क्या फॉर्मूला है?

गौ ध्वज स्थापना यात्रा पर निकले अविमुक्तेश्वरानंद
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती अयोध्या से गौ ध्वज स्थापना भारत यात्रा पर निकले हैं। इस यात्रा की शुरुआत भगवान श्री राम के मंदिर की परिक्रमा से हुई, और आज यह यात्रा वृंदावन पहुंची। यहां पर अविमुक्तेश्वरानंद ने गौ प्रतिष्ठा ध्वज की स्थापना की और बांके बिहारी जी का दर्शन किया। इसके बाद, उन्हें 56 भोग अर्पित किए गए और श्रृंगार किया गया। मंदिर के पुजारी करण कृष्ण गोस्वामी ने पूजा अर्चना कराई। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने बिहारी जी से आशीर्वाद लिया और वृंदावन में अपनी यात्रा को समाप्त किया। इसके बाद, वे अगले स्थान के लिए प्रस्थान करेंगे।

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