मथुरा में अच्छी पहल : गोवर्धन पर्वत पर बढ़ी हरियाली, परवान चढ़ रही वन विभाग की कोशिशें...

UPT | गोवर्धन पर्वत पर बढ़ रही हरियाली।

May 30, 2024 17:26

बृज में इस बार सूर्य देव के तेवर तीखे दिखाई दे रहे हैं। भीषण गर्मी से जहां एक ओर आम जनजीवन व्याकुल है तो वहीं वसुंधरा की हरियाली भी खतरे में है।ऐसे में द्वापर युग को जीवंत करने वाले गोवर्धन पर्वत की...

Mathura News : बृज में इस बार सूर्य देव के तेवर तीखे दिखाई दे रहे हैं। भीषण गर्मी से जहां एक ओर आम जनजीवन व्याकुल है तो वहीं वसुंधरा की हरियाली भी खतरे में है।ऐसे में द्वापर युग को जीवंत करने वाले गोवर्धन पर्वत की हरियाली तपिश की वजह से झुलस रही है। सूर्य की तपिश से पर्वत की प्राकृतिक सौंदर्य और पौधों को बचाने के लिए वन विभाग ने स्प्रिंकलर का प्रयोग किया है। वन विभाग के अधिकारी स्प्रिंकलर से पौधों की सिंचाई करा रहे हैं। जिससे पर्वत पर हरितमा बनी रहे है और बाहर से आने वाले लोग प्राकृतिक छांव में गिरिराज जी की परिक्रमा लगाकर अपने आप को धन्य करें।

स्प्रिंकलर से हो रही सिंचाई 
वन रेंजर अवध पाल सिंह ने बताया कि गर्मी में पेड़ पौधों को बचाने के लिए प्रतिदिन स्प्रिंकलर के माध्यम से सिंचाई की जा रही है। सूर्य की तपिश से सूखे पौधों पर पुनः हरियाली छाने लगी है। इन पौधों की छांव में देश विदेश से गिरिराज जी की परिक्रमा को आने वाले श्रद्धालु बैठते हैं। 

हरे-भरे वनों से है बृज की पहचान
बृज की पहचान में हरे-भरे वनों का भी जिक्र होता आ रहा है। जहा पौराणिक मान्यता वाले वृक्ष आज भी बृज की धरा पर मिलते हैं। भगवान श्रीकृष्ण ने इन हरे भरे जंगलों में गायें चराई हैं। यही नहीं, इस गिरिराज पर्वत को तर्जनी उंगली पर उठाकर बृजवासियों को इंद्र के प्रकोप से भी बचाया था। ऐसे में गिरिराज पर्वत को हरा-भरा रखना बेहद आवश्यक हो जाता है। जब पेड़ पौधे जंगल रहेंगे तो प्रकृति का संतुलन भी बना रहेगा।

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