वृंदावन पहुंचे मुकेश अग्निहोत्री : पत्नी की अंतिम इच्छा की पूरी, प्रेमानंद महाराज से की मुलाकात

UPT | मुकेश अग्निहोत्री ने की प्रेमानंद महाराज से मुलाकात

Dec 09, 2024 22:40

हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने अपनी पत्नी सिम्मी अग्निहोत्री के निधन के बाद उनकी आखिरी इच्छा को पूरा करने के लिए वृंदावन यात्रा की। सिम्मी अग्निहोत्री का 10 फरवरी, 2024 को अकाल निधन हो गया था। पत्नी की अकाल मृत्यु से आहत मुकेश अग्निहोत्री ने प्रेमानंद जी महाराज का दर्शन किया।

Short Highlights
  • पत्नी की अकाल मृत्यु से आहत होकर पहुंचे वृंदावन
  • प्रेमानंद महाराज से की मुलाकात
  • मुकेश अग्निहोत्री को संस्कृत में भागवत का पाठ करने की सलाह
Mathura News : हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने अपनी पत्नी सिम्मी अग्निहोत्री के निधन के बाद उनकी आखिरी इच्छा को पूरा करने के लिए वृंदावन यात्रा की। सिम्मी अग्निहोत्री का 10 फरवरी, 2024 को अकाल निधन हो गया था, और उनकी हृदय गति रुकने के कारण उनका निधन हुआ था। पत्नी की अकाल मृत्यु से आहत मुकेश अग्निहोत्री ने प्रेमानंद जी महाराज का दर्शन किया, जो उनकी पत्नी की इच्छा थी। इस यात्रा का वीडियो मुकेश अग्निहोत्री के आधिकारिक फेसबुक अकाउंट पर साझा किया गया।

मुकेश अग्निहोत्री को भागवत पाठ करने की दी सलाह
प्रेमानंद जी महाराज ने मुकेश अग्निहोत्री का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें संस्कृत में भागवत का पाठ करने की सलाह दी। महाराज ने कहा कि संस्कृत का ज्ञाता पूर्ण निष्ठा के साथ भागवत पाठ करेगा, और इसे सुनने के लिए उनके बेटे या बेटी भी बैठ सकते हैं। उन्होंने बताया कि संस्कृत में भागवत का पाठ उन्नति की ओर ले जाएगा। अब आने वाले दिनों में मुकेश अग्निहोत्री प्रेमानंद जी महाराज की सलाह के अनुसार संस्कृत में भागवत का पाठ करेंगे।


सरल और सौम्य स्वभाव की धनी थीं सिम्मी अग्निहोत्री
सिम्मी अग्निहोत्री, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में लोक प्रशासन विभाग की प्रोफेसर, सरल और सौम्य स्वभाव की धनी थीं। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने प्रेम विवाह किया था और सिम्मी हमेशा उनके संघर्षों में कंधे से कंधा मिलाकर चलीं। जब 2003 में मुकेश ने पत्रकारिता छोड़ पहली बार चुनाव लड़ने का फैसला लिया, तो सिम्मी ने उनके इस फैसले का पूरा समर्थन किया। मुकेश अग्निहोत्री अब तक कई चुनावों में जीत हासिल कर चुके हैं, और सिम्मी ने उनके राजनीतिक कार्यक्रमों में भी पूरी तरह से उनका साथ दिया। पत्नी की असमय मृत्यु से उपमुख्यमंत्री के जीवन में जो शून्य पैदा हुआ है, वह आज भी उनके लिए भर पाना मुश्किल है।

Also Read