Agra News : नए सिविल एंक्लेव की सुरक्षा होगी और मजबूत, CISF की तैनाती समेत अत्याधुनिक सुविधाओं का प्रस्ताव

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Oct 26, 2024 12:11

ताज नगरी में सिविल एंक्लेव का रास्ता तो साफ हो गया है, अब इस सिविल एंक्लेव के लिए सुरक्षा व्यवस्था एवं अन्य अंतरराष्ट्रीय माप दंडों के अनुकूल व्यवस्थाएं होना बाकी....

Agra News : ताज नगरी आगरा में बनने वाले नए सिविल एंक्लेव के लिए अब सुरक्षा मानकों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत करने की प्रक्रिया तेज हो गई है। सरकार द्वारा इस नए सिविल एंक्लेव की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उच्चतम तकनीकी और मानकों के अनुरूप सुरक्षा उपायों की तैयारी शुरू हो चुकी है। फिलहाल राज्य सरकार की बजाय अब इसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्र सरकार के हाथों में होगी। 

सिविल एंक्लेव की सुरक्षा मजबूत
नए सिविल एंक्लेव की सुरक्षा को अभेद्य बनाने के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ने एक प्रस्ताव तैयार कर विमान पत्तन प्राधिकरण को भेजा है। इसमें बम डिस्पोजल दस्ते, डॉग स्क्वाड, नाइट विजन कैमरे, और एंटी स्मॉग गन जैसी अत्याधुनिक सुविधाओं को शामिल करने का प्रस्ताव है। यह सभी उपाय नए एंक्लेव की सुरक्षा में किसी भी प्रकार की कमी न छोड़ने के उद्देश्य से किए जा रहे हैं। वर्तमान में सिविल एयरपोर्ट आगरा में स्थित है, जो कि एयर फोर्स स्टेशन परिसर के भीतर है, इसलिए अब तक सुरक्षा का जिम्मा भारतीय वायु सेना के कड़े प्रावधानों के तहत ही रहा है। हालांकि, कई मामलों में आवश्यकतानुसार जिला प्रशासन से सहायता लेकर बम डिस्पोजल टीम और डॉग स्क्वाड बुलाना पड़ता था। 



150 जवानों की तैनाती का प्रस्ताव
नए एंक्लेव में इन सभी व्यवस्थाओं को स्वायत्त रूप से प्राधिकरण के अंतर्गत उपलब्ध कराने का प्रयास हो रहा है। नए प्रस्ताव के तहत, सुरक्षा व्यवस्था केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) को सौंपी जाएगी, जिसके लिए 150 जवानों की तैनाती की मांग की गई है। यह संख्या ताजमहल की सुरक्षा में तैनात जवानों के समान ही है, जिससे सिविल एंक्लेव की सुरक्षा भी पूर्णत: चाक-चौबंद रहेगी। सिविल एयरपोर्ट के निदेशक योगेंद्र सिंह तोमर के अनुसार, नए एंक्लेव की सुरक्षा की दृष्टि से कई आधुनिक उपकरण और संसाधन भी मंगाए जाएंगे। 

अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुकूल पहल
केंद्र सरकार ने मेट्रो स्टेशन, रिफाइनरी, पुरातात्विक स्थलों और सिविल एयरपोर्ट जैसे प्रमुख स्थलों की सुरक्षा का जिम्मा CISF को सौंपा हुआ है। इसी दिशा में ताजमहल के समान नए सिविल एंक्लेव की सुरक्षा भी CISF के जवानों के हाथों में होगी। इस प्रस्ताव में सुरक्षा के लिए अन्य आवश्यक उपकरणों को शामिल करने के साथ ही केंद्र सरकार से इसे मंजूरी मिलने की प्रतीक्षा की जा रही है। 

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