Agra News : फर्जी अस्पताल में प्रसूता की मौत पर हंगामा, जानें किसकी शह पर चल रहा मौत का खेल

UPT | फर्जी अस्पताल में प्रसूता की मौत पर हंगामा।

Oct 16, 2024 11:58

ताजनगरी में शहर से लेकर देहात तक अवैध अस्पतालों की लंबी सूची है। बावजूद इसके स्वास्थ्य महकमा आंख मूंदे सब देखते हुए भी चुप्पी साधे हुए है। जब भी कोई बड़ा हादसा होता है, उस समय अस्पताल को सीज कर कार्रवाई कर...

Agra News : ताजनगरी में शहर से लेकर देहात तक अवैध अस्पतालों की लंबी सूची है। बावजूद इसके स्वास्थ्य महकमा आंख मूंदे सब देखते हुए भी चुप्पी साधे हुए है। जब भी कोई बड़ा हादसा होता है, उस समय अस्पताल को सीज कर कार्रवाई कर दी जाती है, बाद में फिर वही ढर्रा शुरू हो जाता है। पुलिस कमिश्नरी पूर्वी जोन के थाना चित्राहाट क्षेत्र अंतर्गत एक नर्सिंग होम में प्रसव के दौरान प्रसूता की मौत हो गई। घटना के बाद घरवालों ने हंगामा कर दिया। सूचना पर एसीएमओ मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटना की जानकारी ली। इसके बाद नर्सिंग होम को सील कर दिया। नवजात को सीएचसी में भर्ती कराया गया है। 

ये है पूरा मामला
चित्राहाट के रानीपुरा गांव निवासी हरिओम की पत्नी कोमल कुमारी (22) का पहला प्रसव था। सुबह एक आशा प्रसव के लिए उन्हें जरार स्थित ज्योति नर्सिंग होम लेकर पहुंची। हरिओम ने बताया कि पैथोलॉजी जांच में कोमल को सात पॉइंट खून बताया था। अस्पताल संचालक के सामने उन्होंने सुरक्षा को लेकर सवाल उठाया था। जानकारी के अनुसार, अस्पताल संचालक ने 12 हजार रुपये फीस बताकर कोमल को भर्ती कर लिया। सामान्य प्रसव की गारंटी ली। बाद में खून चढ़ाने का भरोसा दिया था। लेकिन, शाम को प्रसव के बाद कोमल की हालत बिगड़ गई। कुछ ही देर में उसकी जान चली गई। इसके बाद परिजन जरार पुलिस चौकी पर शव लेकर पहुंचे। 

नवजात को सीएचसी में भर्ती कराया
कुछ लोगों ने चित्राहाट के अस्पताल में हुए महिला के प्रसव की बाद महिला की मौत की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को भी दे दी। प्रसूता की मौत की सूचना पर एसीएमओ डॉ. जितेंद्र लवानिया घटनास्थल पर पहुंच गए। एसीएमओ को अस्पताल में कोई स्टॉफ नहीं मिला। प्रसव कक्ष में इंजेक्शन आदि उपकरण रखे थे। उन्होंने नवजात को एंबुलेंस से बाह सीएचसी पहुंचाया।

भयावह हैं हालात
जब स्वास्थ्य विभाग की टीम ने यहां पर छापा मारा और अस्पताल की असलियत जांची तो सारा खेल समझ में आ गया। पूरा अस्पताल फर्जी निकला। न कोई पंजीकरण था, न ही कोई लाइसेंस। संचालक सोनू पंडित और राम सिंह, जिनके पास कोई मेडिकल की डिग्री नहीं थी, यहां पर लंबे समय से यह खेल चल रहा था। खेल को चलाने वाले सोनू पंडित और राम सिंह ही थे, इनके पास मेडिकल की किसी भी तरीके की कोई डिग्री नहीं थी। राम सिंह ने ही महिला का प्रसव कराया था। अब समझ जा सकता है कि आगरा में हालात किस तरह भयावह हो चुके हैं। 

नर्सिंग होम सील
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मृतका के परिजनों के बयान दर्ज किए। परिवार के लोगों ने कठोर कार्रवाई की मांग की। लेकिन, शव का पोस्टमार्टम कराने को तैयार नहीं हुए। एसीएमओ ने इस बाबत बताया कि जिस ज्योति नर्सिंग होम में प्रसव के बाद महिला की मौत हुई है, उसे सील कर दिया गया है। दूसरी ओर, पुलिस भी अपनी कार्रवाई में जुट गई है। 

क्या कहते हैं एसीएमओ
पंजीकृत अस्पतालों के नोडल अधिकारी डॉ. जितेंद्र लवानिया का कहना था कि दो जगह स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच को पहुंची थी, इसमें एक ज्योति नर्सिंग होम था, वहीं फतेहाबाद का ओम सांई क्लीनिक। दोनों अस्पताल और क्लीनिक पूरी तरह फर्जी थे। संचालकों पर डॉक्टर की डिग्री, स्वास्थ्य विभाग का पंजीकरण नहीं पाया गया। प्रशिक्षित स्टाफ भी नहीं मिला। दोनों को बंद कराया गया है और नोटिस दिए गए हैं। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। 

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