Agra News : मुख्तार की मौत पर ये क्या बोल गए केंद्रीय मंत्री, पढ़िये एसपी सिंह बघेल की...

UPT | केंद्रीय राज्यमंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल।

Mar 30, 2024 17:20

किसी की मृत्यु के बाद उस व्यक्ति की बुराई नहीं करनी चाहिए, चाहे वो व्यक्ति कैसा भी रहा हो। यह हमारी संस्कृति हमें सिखाती है। इसलिए रात गयी तो बात गयी। मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर पूछे...

Agra News : किसी की मृत्यु के बाद उस व्यक्ति की बुराई नहीं करनी चाहिए, चाहे वो व्यक्ति कैसा भी रहा हो। यह हमारी संस्कृति हमें सिखाती है। इसलिए रात गयी तो बात गयी। मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर पूछे गए सवाल पर यह कहना था केंद्रीय राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल का। 

केंद्रीय मंत्री ने दी ये प्रतिक्रिया
बताते चलें कि मुख्तार अंसारी की आपराधिक जगत में तूती बोलती थी। राजनीति में भी उसका अच्छा खासा रसूख था। विभिन्न राजनैतिक दलों से वो विधायक भी रहा। कुछ मामलों में उसे सजा हुई और वो जेल में निरुद्ध था। जेल में निरुद्ध रहने के दौरान मुख्तार अंसारी की तबियत बिगड़ी और उसकी मौत हो गयी। केंद्रीय राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल से जब मुख्तार अंसारी को लेकर सवाल जबाब किये गए तो उन्होंने कहा कि मुख्तार अंसारी की मौत का सही कारण उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पायेगा। उससे पहले कुछ नहीं कहा जा सकता है।

अपराधियों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई
अपराधियों का सफाया हो रहा है। प्रदेश अपराध मुक्ति की ओर बढ़ रहा है। इस सवाल पर केंद्रीय राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल कहते हैं कि सीएम योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश में कानून व्यस्था को लेकर स्वर्णिम काल चल रहा है। बदमाश और माफिया के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की गई है। उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाने के साथ ही उनकी अवैध संपत्ति कुर्क की जा रही है। जिन पर अवैध कब्जा किया गया था, उन्हें अवैध कब्जे से मुक्त कर पीड़ितों को वापस किया गया है।

मृत्यु के बाद बुराई करना संस्कृति के खिलाफ
मुख्तार अंसारी, दहशत का कितना बड़ा नाम था, इस सवाल पर केंद्रीय राज्यमंत्री का कहना था कि किसी की मृत्यु के बाद उस पर कमेंट करना मैं उचित नहीं समझता हूं। मुख्तार अंसारी की मृत्यु का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद पता चलेगा। बाकी यह हमारी सभ्यता व संस्कृति है कि हमें किसी की मृत्यु के बाद उस व्यक्ति की बुराई नहीं करनी चाहिए, चाहे वो व्यक्ति कैसा भी रहा हो। इसलिए रात गयी, तो बात गयी।

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