Agra News : जिला अस्पताल में रोज पाए जा रहे टीबी के दो दर्जन मरीज, स्वास्थ्य विभाग की चिंता...

UPT | टीबी मरीजों की जानकारी देते डॉ. राज किशोर।

Mar 28, 2024 18:32

केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार ने देश में टीवी को जड़ से ख़त्म करने के लिए अभियान छेड़ा हुआ है। आगरा में भी जिला स्वास्थ्य विभाग, क्षय रोग विभाग भी दशकों पुरानी बीमारी को ख़त्म करने...

Agra News : केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार ने देश में टीबी को जड़ से ख़त्म करने के लिए अभियान छेड़ा हुआ है। आगरा में भी जिला स्वास्थ्य विभाग, क्षय रोग विभाग भी दशकों पुरानी बीमारी को ख़त्म करने के प्रयास लंबे समय कर रहा है। बावजूद इसके आगरा में टीबी के बढ़ते मरीज स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा रहे हैं।  

रोज मिल रहे टीवी के मरीज
आगरा के स्वास्थ्य विभाग ने टीबी के बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए जिला अस्पताल में ग्राउंड फ्लोर पर ओपीडी की शुरुआत की है। जहां पर शहर से लेकर देहात तक के मरीज पहुंच रहे हैं। जिला अस्पताल के टीवी एवं क्षय रोग के प्रभारी डॉ. राज किशोर ने यूपी टाइम्स को बताया कि जिला अस्पताल में चलने वाली ओपीडी में टीबी, अस्थमा एवं क्षय रोग से जुड़े करीब 100 से 150 मरीज आते हैं। इनमें 25 से 30 मरीज ऐसे होते हैं जिनमें टीबी के लक्षण पाए जा रहे हैं। 

हर उम्र और तबके के लोगों को हो रही बीमारी
डॉ.राज किशोर का कहना है कि आगरा में तापमान अधिक बढ़ने और मौसम में तेजी से हो रहे बदलाव के चलते होली के बाद मरीजों की संख्या में बढ़ा इजाफ़ा देखने को मिल रहा है। वेदर में वेरिएशन के चलते स्वांस, अस्थमा, जुकाम-खांसी के साथ साथ टीबी के मरीज आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि पहले कहा जाता था कि यह गरीब तबके और मलिन बस्तियों में रहने वाले लोगों की बीमारी है। इसके साथ एक उम्र के बाद टीबी की बीमारी होती है। लेकिन, इस समय हर तबके और हर उम्र के लोगों में टीबी के लक्षण पाए जा रहे हैं। अब यह मिथक खत्म हो गया है कि टीबी जैसी बीमारी एक विशेष वर्ग को ही होती है। टीबी बच्चे से लेकर बूढ़ों तक में देखने को मिल रही है। 

ये हैं लक्षण तो न बरतें लापरवाही
उत्तर प्रदेश टाइम्स से बात करते हुए डॉक्टर राज किशोर ने कहा कि जिनको दो हफ्ते से अधिक खांसी-जुकाम, बुखार है, भूख कम लग रही है या मुंह से खून आ रहा है, उन्हें तत्काल चिकित्सकीय परामर्श लेकर अपना उपचार कराना चाहिए। उनको भारी परेशानी हो सकती है। उन्होंने कहा कि सांस और एलर्जी के मरीजों को चाहिए कि वे घर से बाहर निकलते समय मास्क लगाएं। प्रदूषण से अस्थमा और एलर्जी बढ़ जाती है, इसलिए ऐसे लोगों को घर से बाहर निकलते समय हमेशा मास्क लगाना चाहिए।   

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