एक और हिंदू मुस्लिम विवाद : हिंदुओं का दावा, अलीगढ़ शाही जामा मस्जिद में शिव मंदिर की संरचना...

UPT | अलीगढ़ शाही जामा मस्जिद

Jan 16, 2025 13:07

अलीगढ़ में स्थित शाही जामा मस्जिद अब एक नए विवाद का केंद्र बन गई है। अलीगढ़ की सिविल कोर्ट में आरटीआई एक्टिविस्ट पंडित केशव देव द्वारा दायर की गई याचिका को अदालत ने स्वीकार कर लिया है...

Aligarh News : अलीगढ़ में स्थित शाही जामा मस्जिद अब एक नए विवाद का केंद्र बन गई है। अलीगढ़ की सिविल कोर्ट में आरटीआई एक्टिविस्ट पंडित केशव देव द्वारा दायर की गई याचिका को अदालत ने स्वीकार कर लिया है, जिसमें मस्जिद की स्थल पर पूर्व में बौद्ध स्तूप या शिव मंदिर होने का दावा किया गया है। कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई 15 फरवरी को तय की है।

हिंदू पक्ष का दावा
केशव देव ने अपनी याचिका में कहा कि शाही जामा मस्जिद के अंदर शिवलिंग जैसी संरचना पाई गई है। इसके अलावा पुरातत्व विभाग से प्राप्त दस्तावेजों में एक शंकर के आकार का टीला भी मौजूद है, जो मंदिर या बौद्ध स्तूप जैसा प्रतीत होता है। उन्होंने कोर्ट में यह भी दावा किया कि मस्जिद में 6 क्विंटल सोना लगा हुआ है जो एशिया की किसी भी अन्य मस्जिद से अधिक है। केशव देव ने बताया कि  नगर निगम, प्राधिकरण, विद्युत विभाग और प्रशासन के राजस्व विभाग में RTI लगाईं। मगर शाही जामा मस्जिद को लेकर कोई सटीक जानकारी नहीं दे सका। नगर निगम इसको सार्वजनिक संपत्ति मान रहा है। राज्य पुरातत्व विभाग में भी अर्जी लगाई थी। उन्होंने अपने पुराने सर्वे का जिक्र करते हुए अहम जानकारी दी।



मुस्लिम पक्ष का बयान
मुस्लिम पक्ष शाही जामा मस्जिद कमेटी के सदस्य गुलजार अहमद ने कहा कि उन्हें इस मामले में कोई जानकारी नहीं है और अभी तक अदालत से कोई नोटिस नहीं आया है। उनका कहना था कि अगर कोर्ट से कोई आदेश आता है तो वे सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस के अनुसार अपना पक्ष रखेंगे। वहीं पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष फैजुल हसन ने इसे नफरत फैलाने की कोशिश बताया। उन्होंने कहा कि शाही जामा मस्जिद का निर्माण मुगल शासक कोल के शासक साबित खान ने 300 साल पहले कराया था और 1991 में लागू हुए वर्शिप एक्ट के तहत 1947 से पहले बने धार्मिक स्थलों को कोई बदलाव नहीं किया जा सकता।

पुरातत्व और इतिहास
अलीगढ़ विश्वविद्यालय के रिटायर्ड प्रोफेसर राहत अबरार ने इस मस्जिद के ऐतिहासिक महत्व को बताया। उन्होंने कहा कि मस्जिद 300 साल पुरानी है और इसके गुंबदों पर सोने की परत चढ़ी हुई है। इसके अलावा अलीगढ़ के इतिहास में दो किले भी थे, एक जामा मस्जिद के पास और दूसरा सिविल लाइंस इलाके में स्थित था। उन्होंने यह भी बताया कि शहर में बौद्ध और जैन धर्म से संबंधित अवशेषों की खोज हो चुकी है।

मस्जिद का ऐतिहासिक महत्व
शाही जामा मस्जिद अलीगढ़ के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल में से एक मानी जाती है, जिसमें 17 गुंबद हैं और इसके गुंबदों में सोना लगा हुआ है, जिससे यह पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। इसके अलावा यह मस्जिद 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों की कब्रों के कारण भी ऐतिहासिक महत्व रखती है।  यह मामला अलीगढ़ की शाही जामा मस्जिद के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को लेकर एक जटिल विवाद बन चुका है, जिसकी सुनवाई 15 फरवरी को होगी।

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