महाकुम्भ मेला 2025 : प्रयागराज महाकुंभ में सनातन धर्म के शत्रुओं के विनाश हेतु मां बगलामुखी महायज्ञ का शुभारंभ

UPT | प्रयागराज महाकुंभ में सनातन धर्म की रक्षा के लिए मां बगलामुखी महायज्ञ का शुभारंभ

Jan 13, 2025 20:19

प्रयागराज महाकुंभ 2025 में आध्यात्मिक ऊर्जा और सनातन धर्म के उत्थान के लिए एक विशेष आयोजन का शुभारंभ हुआ। जिसके तहत सतातन धर्म के शत्रुओं का नाश करने के लिए बगलामुखी महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है।

Short Highlights
  • बगलामुखी महायज्ञ का विधिवत शुभारंभ
  • 1008 घंटे का होगा यह विशेष यज्ञ
  • महायज्ञ से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होगा 
Aligarh news : प्रयागराज महाकुंभ 2025 में आध्यात्मिक ऊर्जा और सनातन धर्म के उत्थान के लिए एक विशेष आयोजन का शुभारंभ हुआ ।  अलीगढ़ की रहने वाली महामंडलेश्वर डॉ अन्नपूर्णा भारती पुरी जी ने अपने शिविर में सनातन धर्म के शत्रुओं के विनाश और धर्म की रक्षा हेतु 1008 घंटे का अविरल मां बगलामुखी महायज्ञ प्रारंभ किया। यह यज्ञ सनातन धर्म के प्रति जागरूकता और सकारात्मक ऊर्जा के प्रसार के उद्देश्य से किया जा रहा है। 


बगलामुखी महायज्ञ का विधिवत शुभारंभ

महायज्ञ का शुभारंभ अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़े के श्रीमहंत रवींद्र पुरी जी महाराज ने विधिवत पूजन और प्रथम आहुति देकर किया। इससे पहले, महामंडलेश्वर डॉक्टर अन्नपूर्णा भारती पुरी जी ने अपने गुरुदेव श्री रविंद्र गुरु जी महाराज का पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। यज्ञ प्रारंभ से पहले पूरे विधि-विधान से मंत्रोच्चार और हवन का आयोजन किया गया।


मां बगलामुखी का महत्व

मां बगलामुखी को तंत्र साधना में विशेष स्थान प्राप्त है। वे दुष्ट शक्तियों और शत्रुओं के विनाश के साथ-साथ भक्तों की रक्षा और विजय प्रदान करती हैं। ऐसा माना जाता है कि मां बगलामुखी का यज्ञ अत्यंत प्रभावशाली होता है और यह न केवल व्यक्तिगत स्तर पर बल्कि सामाजिक और आध्यात्मिक रूप से भी सकारात्मक परिणाम देता है।


1008 घंटे का होगा यह विशेष यज्ञ

महायज्ञ का आयोजन अविरल रूप से 1008 घंटों तक चलेगा। इस दौरान महामंडलेश्वर डॉक्टर अन्नपूर्णा भारती पुरी जी के शिविर में साधु-संत, भक्त, और श्रद्धालु बड़ी संख्या में उपस्थित रहेंगे। इस यज्ञ में वैदिक मंत्रों के साथ हवन और पूजन होगा। यज्ञ के दौरान मां बगलामुखी से प्रार्थना की जाएगी कि वे सनातन धर्म के शत्रुओं का नाश करें और धर्म की रक्षा करें।  महायज्ञ में अखाड़ा परिषद और विभिन्न अखाड़ों के साधु-संत, महंत, और महामंडलेश्वर शामिल होंगे। इस आयोजन में भक्तजन मां बगलामुखी के दर्शन और पूजा कर धर्म की रक्षा और समाज में शांति की प्रार्थना करेंगे।


महायज्ञ से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होगा 

महामंडलेश्वर डॉक्टर अन्नपूर्णा भारती पुरी जी ने बताया कि इस महायज्ञ का उद्देश्य न केवल सनातन धर्म के शत्रुओं का विनाश है, बल्कि समाज में शांति, धर्म के उत्थान, और सद्भावना का प्रसार करना भी है। उन्होंने कहा कि धर्म की रक्षा के लिए यह महायज्ञ अत्यंत आवश्यक है और इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होगा।
 

Also Read