Etah News : लगातार बारिश से बाढ़ जैसे हालात, पुलिया बंद करने पर किसानों का आक्रोश

UPT | बाढ़

Sep 28, 2024 18:38

जनपद एटा के निधौली कलां क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश और माइनर की कटान के चलते कई गांवों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं।

Etah News : जनपद एटा के निधौली कलां क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश और माइनर की कटान के चलते कई गांवों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। गांवों के खेतों में पानी भरने से सैकड़ों बीघा फसलें तबाह हो चुकी हैं, और बची हुई फसलें भी बर्बाद होने के कगार पर हैं। इस समस्या से त्रस्त किसानों ने शुक्रवार को गांव सोरखा में भूख हड़ताल शुरू कर दी। 

पुलिया बंद करने का आरोप
ग्रामीणों ने गांव के प्रधान पति और तीन अन्य लोगों पर पुलिया बंद करने का आरोप लगाया है, जिससे गांव में पानी भर गया। इस मामले में पुलिस को तहरीर भी दी गई है। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिया को बंद करने से पानी की निकासी रुक गई है, जिससे बाढ़ जैसी स्थिति और गंभीर हो गई है। ग्रामीणों ने बताया कि बृहस्पतिवार को नायब तहसीलदार और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने मरगाया रोड की पुलिया को खुलवाया था, लेकिन उसी रात लगभग 2 बजे नगला धनी के प्रधान पति सहित तीन व्यक्तियों ने पुलिया को फिर से बंद कर दिया और जलेसर-एटा मार्ग को काट दिया, जिससे गांव में पानी का भराव हो गया।



एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर दी किसानों को आश्वासन
ग्रामीणों के आक्रोश और भूख हड़ताल की सूचना मिलते ही एसडीएम सदर भावना विमल गांव सोरखा पहुंचीं। उन्होंने किसानों से बातचीत की और समस्या को समझने का प्रयास किया। किसानों ने बताया कि प्रशासन द्वारा पानी निकासी का कार्य तो शुरू किया गया है, लेकिन उसकी गति बहुत धीमी है। इस कारण गांव में पानी भरा हुआ है और नुकसान लगातार बढ़ता जा रहा है। किसानों ने मांग की कि बुलडोजर और अन्य उपकरणों की संख्या बढ़ाकर काम की रफ्तार तेज की जाए ताकि जल्द से जल्द गांवों से पानी निकाला जा सके। एसडीएम भावना विमल ने किसानों को आश्वासन दिया कि प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले रहा है और जल्द ही गांवों से पानी निकालने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जलभराव को रोकने और किसानों की फसलों को बचाने के लिए तेजी से काम किया जाएगा।

भूख हड़ताल पर बैठे किसान
गांव सोरखा के आक्रोशित किसानों ने पानी की निकासी न होने के कारण भूख हड़ताल शुरू कर दी है। उनका कहना है कि जब तक प्रशासन द्वारा पानी निकालने का काम तेजी से नहीं किया जाता, तब तक वे अपनी हड़ताल जारी रखेंगे। किसानों का कहना है कि पानी के लगातार भरे रहने से उनकी फसलें बर्बाद हो चुकी हैं और उन्हें भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है। इस बीच, प्रशासन ने शिविर लगाकर किसानों की मुआवजा पत्रावलियां तैयार करानी शुरू कर दी हैं, ताकि प्रभावित किसानों को मुआवजा दिया जा सके। 

Also Read