यमुना एक्सप्रेसवे पर भीषण हादसा : तेज रफ्तार डबल डेकर बस कांच भरे ट्रक से टकराई , मां और बेटा सहित 5 की मौत, 15 घायल

UPT | यमुना एक्सप्रेस वे पर दर्दनाक हादसा

Nov 21, 2024 10:13

अलीगढ़ जिले के थाना टप्पल क्षेत्र में गुरुवार तड़के यमुना एक्सप्रेस वे पर दर्दनाक हादसा हुआ । ड्राइवर के लापरवाही के चलते पांच लोगों का मौत हो गई

Short Highlights
  • मृतकों में मासूम बच्चा और महिला भी शामिल
  • घायलों को जेवर के कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया 
  • खिड़कियां तोड़ कर यात्री बस से निकले बाहर 
  • पुलिस ने चलाया रेस्क्यू अभियान 
Aligarh news : अलीगढ़ जिले के थाना टप्पल क्षेत्र में गुरुवार तड़के यमुना एक्सप्रेस वे पर दर्दनाक हादसा हुआ । दिल्ली से आजमगढ़ और मऊ जा रही एक तेज रफ्तार डबल डेकर प्राइवेट बस 56 नंबर प्वाइंट पर बीयर की बोतलों से भरे ट्रक में पीछे से जा घुसी । हादसा इतना भीषण था कि बस के परखच्चे उड़ गए । इस दुर्घटना में पांच लोगों की मौत हो गई और 15 लोग घायल हो गए। घायलों को जेवर के कैलाश अस्पताल में भर्ती किया गया है।

मृतकों में मासूम बच्चा और महिला भी शामिल

हादसे में पांच लोगों की जान चली गई । मृतकों में 25 वर्षीय महिला पारुल और उनका पांच महीने का बेटा आरोह, प्रतापगढ़ निवासी हसमुख सरोज और दो अज्ञात लोग शामिल हैं । मृतकों में एक महिला, तीन पुरुष और एक मासूम बच्चा शामिल हैं। 

घायलों को जेवर के कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया 

इस दुर्घटना में कुल 15 लोग घायल हुए, जिनमें 11 महीने की बच्ची, एक छोटी लड़की, पांच साल का बच्चा, तीन महिलाएं और नौ पुरुष शामिल हैं। घायलों में आशी, रिनी, पिंकी, रुद्र, आकाश, अभिषेक, सुरेंद्र, बलदेवराज, जयनारायण, छोटेलाल, खुशबू, अमन गोस्वामी, अभिनव और अदिति के नाम शामिल हैं। सभी घायलों को पुलिस ने तत्काल रेस्क्यू कर जेवर के कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया।


खिड़कियां तोड़ कर यात्री बस से निकले बाहर 

टक्कर के बाद बस में चीख-पुकार मच गई। बस में फंसे यात्रियों ने खिड़कियां तोड़कर बाहर निकलने की कोशिश की। वहीं, मृतकों के शव बस के अंदर ही फंसे रहे, जिन्हें पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला।


यात्रियों ने सुनाई घटना के बारे में बताया 

आजमगढ़ निवासी आकाश यादव ने बताया कि वह दिल्ली के कश्मीरी गेट से रात 9:30 बजे आजमगढ़ जाने के लिए निकले थे। यह उनका बस पर पहला दिन था। उन्होंने बताया, बस तेज रफ्तार में थी। चालक ने बस को नियंत्रित करने की कोशिश की, लेकिन वह ट्रक से टकरा गई। गाजीपुर निवासी छोटेलाल ने कहा कि वह दिल्ली से मऊ जा रहे थे। बस अचानक शीशे से भरे ट्रक में जा घुसी। घायल धीरज यादव ने बताया कि टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। सोनू यादव ने कहा, हम लोग सो रहे थे। अचानक हादसा हुआ और हम खिड़कियां तोड़कर बाहर निकले। आगे की सीटों पर बैठे लोगों की मौत हो गई।


पुलिस ने चलाया रेस्क्यू अभियान 

घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया और मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेजा। पांच मृतकों में से तीन की पहचान हो चुकी है, जबकि दो अज्ञात हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।


हादसे का कारण और प्रशासन पर सवाल

प्रारंभिक जानकारी के अनुसार हादसे का कारण बस की तेज रफ्तार और चालक की लापरवाही मानी जा रही है। यात्रियों का कहना है कि बस चालक ने ट्रक को समय रहते नहीं देखा और ब्रेक नहीं लगा पाया। इस घटना ने एक बार फिर तेज रफ्तार वाहनों और सड़क सुरक्षा नियमों की अनदेखी पर सवाल खड़े कर दिए हैं । हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। पारुल और उनके मासूम बेटे की मौत ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। अन्य घायलों के परिवार भी अपने प्रियजनों की सलामती के लिए अस्पताल पहुंत रहे हैं।
 

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