समाधान दिवस पर फरियादी हुए निराश : फोन में क्रिकेट मैच देखता रहा अधिकारी, जनता की समस्याएं अनसुनी की

UPT | मोबाइल में मैच देखते अधिकारी

Oct 20, 2024 23:27

हाथरस समाधान दिवस में जनता अपनी फरियाद लेकर अधिकारियों के सामने खड़ी रही लेकिन साहब मोबाइल पर क्रिकेट मैच देखते रहे।वही साहब का मोबाईल फोन पर क्रिकेट मैच देखते हुए किसी ने वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।

Hathras News : उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में आयोजित जनता के समाधान दिवस पर एक अधिकारी ने विवाद खड़ा कर दिया, जब वह फरियादियों की शिकायतों की बजाय मोबाइल पर क्रिकेट मैच देखने में व्यस्त रहे। इस दौरान, जनता अपनी समस्याओं के समाधान के लिए इंतज़ार करती रही। किसी ने इस स्थिति का वीडियो बना लिया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। यह वीडियो अब हाथरस के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर चर्चा का विषय बन गया है और इससे अधिकारियों और जनता के बीच संबंधों की स्थिति पर सवाल उठ रहे हैं।

अधिकारियों की लापरवाही पर सवाल
यह मामला सादाबाद कोतवाली क्षेत्र के एसडीएम कार्यालय में आयोजित समाधान दिवस का है, जहां फरियादियों की एक बड़ी भीड़ अपनी समस्याओं के निस्तारण के लिए आई थी। एसडीएम और सीओ ने तो लोगों की समस्याएं सुनीं और समाधान का आश्वासन भी दिया, लेकिन कुछ अधिकारियों की लापरवाही ने फरियादियों को निराश कर दिया।



क्रिकेट मैच के चलते टल गई जनता की समस्याएं
एक अधिकारी ने अपनी जिम्मेदारियों के बजाय मोबाइल फोन पर क्रिकेट मैच देखने में अधिक रुचि दिखाई। जब कुछ फरियादी उनकी टेबल तक पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि अधिकारी पूरी तरह से मैच में व्यस्त थे। यह देखकर फरियादियों की उम्मीदें टूट गईं और वे निराश होकर अन्य अधिकारियों के पास चले गए। अब इस अधिकारी का क्रिकेट मैच देखते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिससे अधिकारियों की लापरवाही पर सवाल उठ रहे हैं।

मैच देखने का वीडियो वायरल
शनिवार को समाधान दिवस के मौके पर किसी फरियादी द्वारा यह वीडियो लिया गया। जिसमें यह अधिकारी समाधान दिवस के दौरान मोबाइल फोन पर क्रिकेट मैच देखते हुए नजर आ रहे हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। जिससे जनता के प्रति अधिकारियों की लापरवाही पर सवाल खड़े हो रहे है। स्थानीय लोगों ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और अधिकारियों से काम के प्रति गंभीरता बरतने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस तरह की लापरवाही से जनता का विश्वास टूटता है और उन्हें अपने मुद्दों के समाधान की उम्मीद नहीं रहती।

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