हाथरथ में त्रिपाल के नीचे चल रहा विद्यालय : मानकों की उड़ाई जा रही धज्जियां,अभिवावकों ने डीएम से की शिकायत

UPT | त्रिपाल के नीचे बैठकर पढ़ते छात्र।

Oct 01, 2024 21:03

हाथरस जिले में एक चलता फिरता एक प्राइवेट स्कूल शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है। स्कूल संचालक अपनी सुविधा के अनुसार....

Hathras News : उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक चलता फिरता एक प्राइवेट स्कूल शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है। स्कूल संचालक अपनी सुविधा के अनुसार कभी धर्मशाला के कमरे में तो कभी सामाजिक बगीची में एक प्लास्टिक की त्रिपाल के नीचे विद्यालय चला रहा है। दो शिक्षक सैंकड़ो बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं। महज एक कमरे और त्रिपाल के नीचे में 150 छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे। लेकिन शिक्षा विभाग अपनी आंखे बंद कर नोनिहालों के भविष्य से खिलवाड़ होते देख रहा है। विद्यालय में पढ़ाई की फीस के खातिर स्कूल संचालक तीसरी कक्षा के बच्चे को दूसरी कक्षा में दुबारा पढ़ने को मजबूर रहा है। वही छात्रों के अभिवावकों ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से लेकर यूपी के मुख्यमंत्री तक लिखित शिकायत की है। रसगवां के डीएल पब्लिक स्कूल की तरह ही तमाम विद्यालय मानकों के विपरीत चल रहे हैं और अधिकारी भी इसे लेकर लापरवाह बने हुए हैं। 



जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे सपा नेता
आपको बता दे कि कोतवाली हाथरस शहर में ही मौहल्ला नवींपुर खुर्द में एक स्कूल त्रिपाल के नीचे चल रहा है। इस स्कूल में करीब 150 छात्र पढ़ते हैं। इसकी शिकायत को लेकर आज कुछ अभिभावक और सपा नेता जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और वहां इस मामले को लेकर शिकायत की। अधिकारियों ने उन्हें उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस विद्यालय की कक्षा 5 तक की मान्यता है लेकिन यहां आठवीं तक कक्षाएं एक कमरे और एक त्रिपाल के नीचे संचालित हो रही है। इसी तरह मानकों का मखौल उड़ाते हुए कई प्राइवेट विद्यालय संचालित हो रहे हैं। 

उचित कार्रवाई का आश्वासन
हाथरस शहर के नवींपुर में भी इसी तरह का एक एएस पब्लिक स्कूल के नाम से विद्यालय संचालित हो रहा है। इस विद्यालय में महज एक त्रिपाल के नीचे बच्चों को पढ़ाया जाता है। इस मामले को लेकर सपा नेता रामनारायण काके की अगुवाई में आज कुछ लोग इसकी शिकायत करने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। इन लोगों ने विद्यालय प्रबंधक और प्रधानाचार्य की शिकायत की है। इस पर अधिकारियों ने उन्हें उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।

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