अलीगढ़ मंडल में बनेगा पहला वेटरनरी कॉलेज : 650 एकड़ भूमि पर होगा निर्माण, सीएम की मंजूरी के बाद प्रोजक्ट को मिलेगी रफ्तार

UPT | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

Dec 20, 2024 11:08

उत्तर प्रदेश पशुधन उद्योग निगम लिमिटेड सीडीएफ अलीगढ़ की 650 एकड़ भूमि का चयन किया गया है। यह कॉलेज अलीगढ़ मंडल में पशु चिकित्सा शिक्षा और सेवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में उभरेगा।

Aligarh News : पशुपालन और पशु चिकित्सा के क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाते हुए अलीगढ़ मंडल के महुआखेड़ा में पहला पशु चिकित्सा महाविद्यालय (वेटरनरी कॉलेज) स्थापित किया जाएगा। इस महाविद्यालय के लिए महुआखेड़ा, गुरसिकरनपुर और दारापुर गांवों में स्थित उत्तर प्रदेश पशुधन उद्योग निगम लिमिटेड सीडीएफ अलीगढ़ की 650 एकड़ भूमि का चयन किया गया है। यह कॉलेज अलीगढ़ मंडल में पशु चिकित्सा शिक्षा और सेवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में उभरेगा।

भूमि और स्थान की विशिष्टता
महाविद्यालय का निर्माण तीन गांवों के बीच स्थित भूमि पर होगा। जो महुआखेड़ा थाना रोड से पनैठी और जीटी रोड हाईवे से जुड़ती है। इस क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति अत्यंत अनुकूल है क्योंकि यह कानपुर, आगरा, मथुरा, गाजियाबाद, पलवल और नोएडा जैसे प्रमुख स्थानों को जोड़ने वाले हाईवे से सीधा संपर्क रखता है। यह सुविधाजनक स्थान महाविद्यालय को भविष्य में वेटरनरी यूनिवर्सिटी के रूप में विकसित करने के लिए भी आदर्श बनाता है।

महाविद्यालय की संरचना और सुविधाएं
  • पशु चिकित्सा अस्पताल
  • एकेडमिक ब्लॉक
  • स्टाफ क्वार्टर
  • छात्रावास
  • पार्किंग और पार्क
शुरुआत में इस महाविद्यालय में 50-60 सीटों की व्यवस्था होगी। जिसे बाद में बढ़ाकर 100-150 सीटों तक किया जाएगा। यह महाविद्यालय उत्तर प्रदेश पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं गो अनुसंधान संस्थान (दुवासु) मथुरा से संबद्ध होगा।

परियोजना की लागत और वित्तीय योजना
इस महाविद्यालय के निर्माण पर अनुमानित 400 करोड़ रुपये की लागत आएगी। शुरुआती चरण में 100 करोड़ रुपये की पहली किस्त जारी की जाएगी। परियोजना को केंद्र और राज्य सरकार का पूरा सहयोग मिल रहा है।

अन्य विकास योजनाएं
महुआखेड़ा में खाली पड़ी भूमि पर पांच वृहद गो संरक्षण केंद्र और एक बड़ा पशु चिकित्सालय भी बनाने की योजना है। प्रत्येक गो संरक्षण केंद्र पर करीब 1.5 करोड़ रुपये की लागत आएगी। जबकि पशु चिकित्सालय पर लगभग 2 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इन केंद्रों में बीमार और घायल पशुओं का इलाज किया जाएगा।

मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों की मंजूरी
इस महाविद्यालय की स्थापना का प्रस्ताव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास भेजा गया है। 20-21 दिसंबर को छर्रा विधायक ठाकुर रवेंद्रपाल सिंह इसे मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। केंद्रीय पशुपालन मंत्री एसपी सिंह बघेल और उत्तर प्रदेश के पशुपालन एवं डेयरी मंत्री धर्मपाल सिंह पहले ही इस प्रस्ताव पर अपनी सहमति जता चुके हैं।

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