तिरुपति बालाजी मंदिर में प्रसाद में मिलावट को लेकर हिंदू संगठनों ने निकाली जन आक्रोश यात्रा : मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने की उठी मांग 

UPT | हिंदू संगठनों के किया प्रदर्शन।

Sep 28, 2024 21:45

तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में हुई मिलावट से आक्रोशित होकर हिंदू समाज एवं विश्व हिंदू परिषद ने धरना-प्रदर्शन और इस घृणित कार्य के विरुद्ध आक्रोश यात्रा  निकाली।

Aligarh news : तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में हुई मिलावट से आक्रोशित होकर हिन्दू समाज एवं विश्व हिन्दू परिषद ने धरना प्रदर्शन और इस घृणित कार्य के विरुद्ध आक्रोश यात्रा  निकाली । इसी क्रम में शनिवार को विश्व हिन्दू परिषद व सनातनी समाज ने हरिगढ़ महानगर में विरोध यात्रा श्री वार्ष्णेय महाविद्यालय के क्रीड़ास्थल से निकाली। इस यात्रा में संत समाज के साथ विभिन्न सामाजिक व जातिगत संगठनों ने भी बढ़ चढ़ कर भाग लिया। 

मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करें
वहीं, विहिप के विभाग मंत्री मुकेश राजपूत  ने इस कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए इसे षड्यंत्र बताया और साथ ही कहा कि जब तक हिन्दू मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त नहीं किया जाता, सनातनी हिंदुओं की भावनाओं से ऐसे ही खिलवाड़ किया जाता रहेगा। इसी के साथ उन्होंने हिंदुओं को गुरुकुल खोलने और धार्मिक प्रचार प्रसार की स्वतंत्रता पर भी बल दिया। महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती ने कहा कि धर्म पर आंच सहन नहीं की जाएगी, उन्होंने उचित कार्यवाही न होने पर अनशन करने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा सत्य परेशान हो सकता है किंतु पराजित नहीं ।

हिंदू समाज में आक्रोश व्याप्त है
महानगर अध्यक्ष आरके जिंदल समेत सर्व हिन्दू समाज ने अमर बलिदानी क्रांतिकारी भगत सिंह को स्मरण करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। राज्यपाल के नाम सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया कि वितरित होने वाले महाप्रसाद की पवित्रता के संबंध में आस्थावान हिंदुओं की बहुत श्रद्धा होती है। दुर्भाग्य से इस महाप्रसाद को बनाने वाले घी में गाय व सूअर की चर्बी तथा मछली के तेल की मिलावट के अत्यंत दुखद और हृदय विदारक समाचार आ रहे हैं। पूरे देश का हिंदू समाज आक्रोशित है और हिंदुओं का क्रोध अलग-अलग रूप में प्रकट हो रहा है। इस पवित्र तीर्थ का संचालन आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा स्थापित बोर्ड के द्वारा होता है।

हिन्दुओं के धर्म पर किया गया आघात 
वहां केवल महाप्रसाद बनाने के मामले में ही हिंदू आस्थाओं के साथ खिलवाड़ नहीं किया गया अपितु हिंदुओं के द्वारा अत्यंत श्रद्धा भाव से अर्पित की गई देव राशि (चढ़ावा) के सरकारी अधिकारियों व राजनेताओं द्वारा दुरुपयोग के भी कष्टकारी समाचार मिलते रहते हैं। कई बार तो हिंदुओं के धर्म पर आघात कर हिंदुओं का धर्मांतरण करने वाली संस्थाओं को इस पवित्र राशि से अनुदान देने के समाचार भी मिलते रहे हैं। कई अन्य राज्य सरकारें भी मंदिरों की संपत्ति व आय का निरंतर दुरुपयोग करती रहती हैं तथा उनका उपयोग गैर हिंदू और हिंदू विरोधी कार्यो में करती रही है।

जागो हिन्दुओं , अब धर्म बचाओ के लगे नारे  
विरोध यात्रा में हिन्दू मंदिर सरकारी नियंत्रण से मुक्त करो और जागो हिंदुओं अब धर्म बचाओ जैसे नारे भी लगे। यह रैली  वार्ष्णेय मंदिर क्रीड़ास्थल से पुस्तक बाजार होते हुए मदार गेट से मानिक चौक की पुलिया ,दुबे का पड़ाव, सब्जी मंडी से होते हुए धर्मसमाज महाविद्यालय होते हुए रामलीला मैदान पर समाप्त हुई, जहाँ राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया। इस मौके पर राकेश त्यागी, प्रान्त सह संगठन मंत्री , आर के जिंदल महानगर अध्यक्ष , अन्नपूर्णा भारती महामंडलेश्वर, आचार्य पवन वशिष्ठ , सरदार आनंद , महंत योगी कौशलनाथ, प्रकाश कसेरा रहे । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक गोविंद , विभाग कार्यवाह योगेश , विभाग प्रचार प्रमुख भूपेंद्र शर्मा, सह प्रचार प्रमुख राजनारायण सिंह मौजूद रहे। इसके अतिरिक्त सेवा भारती, भारतीय किसान संघ, क्रीड़ा भारती, भारतीय मजदूर संघ के भी लोग शामिल रहे। 

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